मिर्जापुर में अवैध वसूली करना पुलिसकर्मियों को पड़ा भारी, 29 सिपाही और मुख्य आरक्षी लाइन हाजिर
यूपी-बिहार की सीमा पर बलिया में ट्रकों से पुलिस की वसूली का राजफाश होने के बाद मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक ने महकमे में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख अपनाया है। अवैध वसूली के आरोप पर एसपी अभिनंदन ने शनिवार को जनपद के 18 थानों पर तैनात 29 आरक्षियों व मुख्य आरक्षियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इससे पहले बलिया में कार्रवाई हुई थी।
जागरण संवाददाता, मिर्जापुर। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन की ओर से हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को लाइन हाजिर करने की कार्रवाई के बाद पूरे पुलिस महकमें में खलबली मची हुई है। वसूली का खेल पहले से चल रहा है लेकिन अब जाकर कार्रवाई हुई है।
यहीं नहीं, मिर्जापुर से लेकर बलिया तक वाहनों से वसूली का खेल चलता है। इसमें पुलिस ही नहीं, कई विभाग के कर्मचारियों व एजेंट शामिल रहते हैं जो रात होते ही सड़कों पर निकलकर उनके क्षेत्रों से गुजरने वाले वाहनों से वसूली करने काम करते हैं। इसमें कांस्टेबल व हेडकांस्टेबल की मुख्य भूमिका अहम रहती है। इसको लेकर कई दिनों से एसपी को शिकायत मिल रही थी।
मीरजापुर से प्रतिदिन पांच से सात हजार बड़े वाहन बालू, गिट्टी, बोल्डर, कलेंकर, सीमेंट आदि सामान लोड करके गुजरते है। जहां पर रात होते ही वसूली का खेल शुरू हो जाता है। इसमें हलिया, ड्रमंडगंज, लालगंज, लहंगपुर, करनपुर, मंडी पुलिस चौकी, नटवां चौकी, टेढ़वां, पुलिस चौकी, पड़री, अहरौरा, जमालपुर, मड़िहान, राजगढ़ आदि इलाके के शामिल है।
नाम न छापने की शर्त पर कुछ ट्रक चालकों ने बताया कि रात होते हुए प्रत्येक थाना क्षेत्र से गुजरने पर वसूली का क्रम जारी रहता है। ट्रक जितना लोड रहेगा उसके अनुसार वसूली की जाती है। इसमें पांच सौ से दस हजार रुपये तक लिए जाते है। कही कही तो दस से 20 हजार रुपये तक की वसूली की जाती है। मीरजापुर से गोरखपुर तक जाने पर 10 हजार रुपये अवैध तरीके से देने पड़ते है।
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इससे पहले भी पुलिस अधीक्षक ने आईपीएल वसूली मामले में शहर कोतवाली में पूर्व में तैनात रहे चंदन मिश्रा को इसलिए निलंबित किया था कि आईपीएल सट्टा कराने वालों ने चंदन मिश्रा का नाम लिया था। शहर कोतवाली से हटने के बाद भी चंदन मिश्रा पर आईपीएल सट्टेबाजों से वसूली करने का आरोप था।
चंदन मिश्रा का शहर कोतवाली में वही कार्य था, जो शनिवार को लाइन हाजिर किए गए। जिगना, चील्ह, अहरौरा, अदलहाट, विंध्याचल, मड़िहान, पड़री, लालगंज, जमालपुर, चुनार, कछवां, शहर कोतवाली, देहात कोतवाली, कटरा कोतवाली, विंध्याचल थाना है।इसमें सबसे अधिक अहरौरा से पांच और अदलहाट से चार लोग हैं। माना भी यही जाता है कि अदलहाट और अहरौरा थाना वसूली में नंबर एक और दो पर रहता है। इन दोनों थानों का पूर्व में वसूली लिस्ट भी वायरल हो चुका है।
इसे भी पढ़ें- यूपी में आज झमाझम बारिश के आसार, IMD ने 42 जिलों में जारी किया अलर्टरात में चलता ‘खेल’, कई बार मिल चुकी शिकायतमध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित जड़कुड़ बार्डर व ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के अंतरराज्यीय सीमा पर स्थित भैसोड़ बलाय पहाड़ गांव से प्रतिदिन सैकड़ों गाड़ी मध्यप्रदेश से अवैध बालू व गिट्टी लादकर परिवहन किया जाता है। इस अवैध कारोबार में स्थानीय पुलिस के अलावा वन विभाग की भी मिलीभगत है। ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित लहुरियादह गांव में बालू व गिट्टी लादकर परिवहन करने वाले ट्रकों तथा ट्रैक्टरों से रात में अवैध वसूली की जाती है।
इन पुलिसकर्मियों को किया गया लाइन हाजिरलाइन हाजिर पुलिसकर्मियों में शहर कोतवाली के हेड कांस्टेबल सर्वेश कुमार मिश्रा, आरक्षी शुभम कुमार मौर्या, कटरा कोतवाली के आरक्षी केके पांडेय, देहात कोतवाली के हेड कांस्टेबल अजय प्रताप सिंह, चील्ह के हेड कांस्टेबल भीम कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल सुशील सिंह, आरक्षी रामानंद, पड़री के हेड कांस्टेबल बिहारी सिंह, ज्वाला सिंह, कछवां के हेड कांस्टेबल सदानंद तिवारी, चुनार के हेड कांस्टेबल नागेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल विवेक कुमार राय, हेड कांस्टेबल मुकेश चौहान, अदलहाट के हेड कांस्टेबल शैलेंद्र सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, आरक्षी संतोष खरवार, जमालपुर के हेड कांस्टेबल भानू प्रताप, हेड कांस्टेबल चंद्रशेखर सिंह, लालगंज थाने के हेड कांस्टेबल वीरेंद्र कुमार सरोज व आरक्षी रंजीत कुमार सरोज शामिल हैं।
इसी प्रकार जिगना के हेड कांस्टेबल फर्णीद्र कुमार सिंह, अहरौरा के आरक्षी कृष्णा राय, हेड कांस्टेबल विजेंद्र कुमार राय, हेड कांस्टेबल विक्रम विशाल सिंह, घनश्याम सिंह, तथा मड़िहान के हेड कांस्टेबल राज सिंह राणा आदि पुलिसकर्मी शामिल हैं।
अवैध वसूली पर लगाम लगाने को एसपी ने अपनाया कड़ा रुखआरोप है कि थानों में रहते हुए कारखासों से अवैध वसूली कराते थे। कारखासी का आशय थाने की वसूली वाला कार्य करने से होता है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शिकायतें मिल रही थीं कि थानों पर तैनात मुख्य आरक्षी व आरक्षी वसूली कराते हैं। जांच के बाद चिह्नित कर इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।अहरौरा, अदलहाट, विंध्याचल, मड़िहान, पड़री, जिगना, चील्ह, लालगंज, जमालपुर, चुनार, कछवां, शहर कोतवाली, देहात कोतवाली, कटरा कोतवाली, विंध्याचल सहित 18 थानों के पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि कहीं भी पुलिसकर्मियों के खिलाफ वसूली की शिकायत मिली तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
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