मीरजापुर में आरपीएफ प्रभारी, एसआइ और कांस्टेबल को किया निलंबित, अवैध व्यक्तियों को रखकर करवाता था अवैध वसूली
एंटी क्रप्शन ब्यूरो लखनऊ की टीम बुधवार को आरपीएफ कांस्टेबल शैलेंद्र मिश्रा को अवैध वसूली के आरोप में पकड़ कर लखनऊ ले गई। इसकी जानकारी होते ही आरपीएफ ने आरोपित कांस्टेबल के साथ इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर गौरव को निलंबित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : एंटी क्रप्शन ब्यूरो लखनऊ की टीम बुधवार को आरपीएफ कांस्टेबल शैलेंद्र मिश्रा को अवैध वसूली के आरोप में पकड़ कर लखनऊ ले गई। इसकी जानकारी होते ही आरपीएफ ने आरोपित कांस्टेबल के साथ इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर गौरव को निलंबित कर दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है। इसके चलते स्टेशन पर सन्नाटा पसरा रहा।
एक व्यापारी की ओर से एंटी क्रप्शन लखनऊ से अवैध वसूली करने की शिकायत की गई थी। शिकायत की पुष्टि करने के लिए टीम काफी दिनों से रेकी कर रही थी। बुधवार की शाम चंदन कुमार को वसूली करते हुए पकड़ लिया। आरोपित युवक से टीम ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने कांस्टेबल शैलेंद्र मिश्रा के नाम पर वसूली करने का आरोप लगाया। मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम ने आरोपित को रुपये देकर कांस्टेबल के पास भेजा और रुपये लेते हुए रंगेहाथ कांस्टेबल शैलेंद्र मिश्रा को पकड़ लिया।
टीम आरोपित युवक चंदन व कांस्टेबल को हिरासत में लेकर लखनऊ चली गई। शिकायतकर्ता का आरोप था कि आरपीएफ में तैनात कांस्टेबल अवैध लोगों को रखकर उनसे वसूली कराता था। लोगों के मना करने के बाद भी अवैध कार्य के लिए लोगों को मजबूर करता था।
सिपाही के उत्पीड़न से तंग आकर मामले की शिकायत एंटी क्रप्शन टीम से की गई। इस संबंध में सहायक सुरक्षा आयुक्त प्रयागराज टीके अग्निहाेत्री ने बताया कि कांस्टेबल के साथ प्रभारी और एक एसआइ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही एसी टीम की ओर से एफआइआर की कापी मिलेगी तो कांस्टेबल के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।