मीरजापुर में मां विंध्यवासिनी मंदिर के दूसरे तल पर स्थित कार्यालय में विंध्य पंडा समाज के आमसभा में बुधवार को पंडा समाज के लिए नया नियम लागू हुआ है। सभा में फैसला लिया गया है कि बिना ड्रेस और पहचान के पत्र के कोई भी तीर्थ पुरोहित को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पान गुटखा खाने पर भी प्रतिबंध होगा।
जागरण संवाददाता, विंध्याचल (मीरजापुर)।
Maa Vindhyavasini Temple: मां विंध्यवासिनी मंदिर के दूसरे तल पर स्थित कार्यालय में विंध्य पंडा समाज का आमसभा बुधवार को हुआ। इसमें निर्णय लिया गया कि बिना ड्रेस और पहचान के पत्र के कोई भी तीर्थ पुरोहित को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पान गुटखा खाने पर भी प्रतिबंध होगा।
श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न होने पाए इसका भी पंडा समाज के लोग विशेष ध्यान देंगे।
विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि समाज के लोग अपने ड्रेस के साथ गले में पहचान पत्र लटकाकर ही ड्यूटी देंगे।
15-15 सदस्यों की लगेगी ड्यूटी
मंत्री भानू पाठक ने बताया कि विंध्य पंडा समाज के 15-15 सदस्यों की दो-दो घंटे की ड्यूटी लगाई जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को आसानी से मां विंध्यवासिनी का दर्शन सुलभ कराया जा सके। उन्होंने बताया कि चैत्र नवरात्र नौ अप्रैल से शुरू होगा और उसी दिन चार बजे भोर में मंगला आरती के बाद कपाट खुलते ही सभी की ड्यूटी शुरू हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि हर साल पंडा समाज के लोगों को एक नंबर प्रवेश द्वार से दर्शन कराया जाता रहा है, लेकिन इस बार द्वितीय प्रवेश द्वार से भी जाने के लिए अधिकारियों से गुरुवार को वार्ता किया जाएगा। इस दौरान कोषाध्यक्ष तेजन गिरी, राजन पाठक, शनिदत्त पाठक आदि मौजूद रहे।
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