UP News: जब कलेक्ट्रेट परिसर में फांसी का फंदा लगाकर बैठी महिला पत्रकार, खूब हुआ ड्रामा...पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मिर्जापुर में एक महिला पत्रकार पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर कलेक्ट्रेट में फांसी का फंदा लगाकर बैठ गई। पत्रकार का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें पीटा और बदनाम करने की साजिश रची। उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है। कहा कि वोटिंग के दिन उन्हें कवरेज के लिए रोका गया। शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं की गई।
जागरण संवाददाता, मिर्जापुर। मिर्जापुर में एक महिला पत्रकार ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला पत्रकार ने प्रशासन से आत्महत्या की अनुमति मांगी है। चुनार की रहने वाली महिला पत्रकार सरिता सिंह पुलिसिया उत्पीड़न से तंग आकर सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंची और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
इसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में ही फांसी का फंदा लगाकर बैठ गईं। डीएम को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि न्याय अगर नहीं मिला तो वह फांसी लगाकर जान दे देंगी और इसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
'उपचुनाव में वोटिंग के दिन कवर करने से रोका गया'
महिला पत्रकार सरिता सिंह ने बताया कि 20 नवंबर को मझवां विधानसभा के उपचुनाव का समाचार कवर करने के लिए वह कछवां के जलालपुर गांव में गई थीं। जहां पर कुछ मतदाताओं को मतदान करने नहीं दिया जा रहा था। सरिता उनसे बयान ले रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी दौरान कछवां थानेदार, एक दारोगा, चार सिपाही पहुंचे और उन्हें मारते-पीटते हुए जीप में बैठा लिए।इसके बाद थाने ले जाकर उनकी पिटाई की गई। फिर देर रात उन्हें जलालपुर के पास लाकर छोड़ा गया। दूसरे दिन उन्होंने मेडिकल कॉलेज मिर्जापुर के अस्पताल में जाकर इलाज कराया। साथ ही जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था।
इसे भी पढ़ें- UP News: अपना दल एस कार्यकर्ता की पिटाई मामले में मंत्री ने लगाई थी फटकार, फिर भी आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।