मुरादाबाद में गाली-गलौज करते हुए जिला मलेरिया अधिकारी की वीडियो वायरल, बोले- मैं किसी का गुलाम नहीं
जिला मलेरिया अधिकारी अपने मातहत मलेरिया निरीक्षकों को गाली देते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने बातचीत की सभी सीमाएं लांघते हुए गाली गलौच की। यहां तक कह दिया कि मैं किसी डाक्टर का गुलाम नहीं हूं। मेरा ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है।
By Vivek BajpaiEdited By: Updated: Thu, 31 Mar 2022 11:19 AM (IST)
मुरादाबाद, जेएनएन। राजनीति की खुन्नस कर्मचारियों पर निकाली जा रही है। सपा नेता यूसुफ मलिक, नगर निगम कर निरीक्षक की बातचीत की आडियो वायरल होने के बाद अब मलेरिया अधिकारी की वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वह अपने वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारियों को गाली देते हुए नजर आ रहे हैंं। इसमें उनके कर्मचारी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। जिला मलेरिया अधिकारी अपने मातहत मलेरिया निरीक्षकों को गाली देते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने बातचीत की सभी सीमाएं लांघते हुए गाली गलौच की। यहां तक कह दिया कि मैं किसी डाक्टर का गुलाम नहीं हूं। मेरा ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है। इतना ही नहीं उन्होंने मंडलीय सर्विलांस अधिकारी के लिए भी अभद्र भाषा का प्रयोग कर दिया।
अधिकारी की कर्मचारियों से मर्यादाहीन बातचीतमलेरिया अधिकारी : बिलकुल बहस कर रहे हो तुम... क्यों दोनों हाथ से मोबाइल नहीं पकड़ा, दो बार मेरा मोबाइल गेट पर गिरा।
मलेरिया इंस्पेक्टर : साहब आपने मोबाइल फेंककर मारा है।मलेरिया अधिकारी : वो (गाली देते हुए..) असलम वहां से भाग गया। अमित मेरे से बहस मत करो, टहलते हुए आ रहे हो, ज्यादा मत बोलो, मेरा बीपी बढ़ा हुआ है। ज्यादा नौटंकी मत करो।
मलेरिया निरीक्षक : तुम्हें तरीका नहीं आता है।मलेरिया अधिकारी : ज्यादा मत बोलो, किसी बात के घमंड में मत रहना। कोई बचा नहीं पाएगा। तुम लोगों का दिमाग खराब कर दिया है।मलेरिया निरीक्षक : मोबाइल पर गुस्सा क्यों उतारामलेरिया अधिकारी : भाड़ में गया नवीन रस्तोगी, गाड़ी मेरी है तो। कल मैं बात करूंगा। मैं किसी डाक्टर की गुलामी नहीं करूंगा। आप चले गए वहां से। हर चीज की हद हो गई (फिर गालियां देने लगे)। मुझे किसी ने नहीं बताया। पूरी रामायण हो गई। कंफ्यूजन पैदा कर दिया। मीटिंग में अंदर-बाहर हो रहे थे तो मेरे पास नहीं आ सकते थे। शरद और मैं फाइल रखे हुए हैं।
मलेरिया निरीक्षक : अरे इन्हें बोलने दो, इनका दिमाग खराब हो गया है। सभी को गाली दे रहे हैं। चलाे यहां से।क्या बोले अधिकारी: आज मैं डीएम साहब के यहां गया था। वहां कर्मचारियों को हिदायत दी थी कि वहीं रहियेगा। फाइल उनके पास थी। बाकी दो कर्मचारी गायब हो गए थे। मैं फोन कर रहा था ड्राइवर को। मेरे पदनाम की गाड़ी मुझे मिलनी चाहिए थी। मेरे पास कुछ नहीं हैं। कर्मचारियों ने मुझे परेशान करने के लिए वीडियो वायरल किया था। मेरी मानसिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। मेरी बात सुनने को कोई राजी नहीं है। क्या करूं। फील्ड में कैसे जाऊं। - पीएन यादव, जिला मलेरिया अधिकारी
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