UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को मिलेगा बड़ा झटका, पार्टी के वरिष्ठ नेता थाम सकते हैं भाजपा का हाथ
UP Politics प्रमोद कृष्णम का कांग्रेस से मोहभंग थाम सकते हैं भाजपा का हाथ। आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के विभिन्न पदों पर रहने के साथ कई चुनावों में पार्टी के स्टार प्रचारक भी रहे हैं। संभल और लखनऊ से वह संसदीय चुनाव भी लड़ चुके हैं हालांकि जीत नहीं सके। लखनऊ से उन्होंने राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
जागरण संवाददाता, (संजय रुस्तगी), मुरादाबाद। सनातन और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे पार्टी नेता व कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम अब कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं। उनके भाजपा में शामिल होने की संभावना है।
कल्कि धाम के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निमंत्रण देने से इसके संकेत मिल रहे हैं। पीएम मोदी को निमंत्रण देने के बाद शुक्रवार को उन्होंने बताया कि मैं मोदी के साथ हूं, क्योंकि मोदी देश के साथ हैं और जो देश के साथ है, मैं उसके साथ हूं।
आचार्य को उच्च सदन भेजे जाने की चर्चा
माना जा रहा है कि 19 फरवरी को समारोह में पीएम मोदी की उपस्थिति में बदलाव की घोषणा हो सकती है। कांग्रेस में रहकर राज्यसभा नहीं जा सके आचार्य को भाजपा द्वारा उच्च सदन में भी भेजने की चर्चा है। आचार्य प्रमोद कृष्णम लंबे अरसे से कांग्रेस नेताओं को कठघरे में खड़ा करते आ रहे हैं।ये भी पढ़ेंः Weather Update UP: 24 घंटे में बदलेगा यूपी का मौसम, IMD ने किया झमाझम बारिश के साथ ओले का अलर्ट, किसान हुए परेशान
तीन राज्यों (छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश) में पार्टी की हार को भी उन्होंने सनातन के विरोध का ही परिणाम बताया। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने पर भी पार्टी नेताओं की आलोचना की थी। साथ ही अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का श्रेय खुले तौर पर प्रधानमंत्री मोदी को दिया। खुद प्राण प्रतिष्ठा में शामिल भी हुए। उनके करीबी लोगों का कहना है कि पार्टी नेताओं से वार्ता भी हो चुकी है।