रकबा सुधार के लिए किसान से डेढ़ लाख रुपये की घूस मांगने पर लेखपाल निलंबित, बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी ने की कार्रवाई
चकबंदी विभाग के घूसखोरी मामलों में अब कार्रवाई शुरू हो गई है। रकबा सुधार करने के लिए किसान से मांगी गई डेढ़ लाख की घूस मसले में बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी नितिन चौहान ने लेखपाल को सस्पेंड कर धनौरा कार्यालय से अटैच कर दिया है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। अमरोहा में चकबंदी विभाग के घूसखोरी मामलों में अब कार्रवाई शुरू हो गई है। रकबा सुधार करने के लिए किसान से मांगी गई डेढ़ लाख की घूस मसले में बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी नितिन चौहान ने लेखपाल को सस्पेंड कर धनौरा कार्यालय से अटैच कर दिया है। दूसरे प्रकरण में सीओ चकबंदी ने जांच अधिकारी को अपने बयान दर्ज कराए हैं।
हसनपुर तहसील क्षेत्र के गांव मथना निवासी प्रीतम ने गत 10 अगस्त को जिलाधिकारी बीके त्रिपाठी के समक्ष पेश होकर शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके गांव में चकबंदी चल रही है। रकबा सुधार करने के लिए चकबंदी लेखपाल ऋषिपाल ने उनसे डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी। जिस पर उन्होंने बैंक से ऋण लेकर लेखपाल को रकम दे दी थी परंतु, उसने रकबा सुधार नहीं किया। पैसे वापस मांगने पर धमकी दी। इस पर डीएम ने बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिस पर बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है। अब उसको धनौरा सहायक चकबंदी अधिकारी द्वितीय कार्यालय से संबद्ध किया गया है और जांच चकबंदी अधिकारी धनौरा को सौंपी गई है। उधर इसी तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत रहरा निवासी हेमराज त्यागी ने सीओ चकबंदी पर जमीन का चक तरमीन न करने की एवज में 50 हजार रुपये लेने व 10 लाख रुपये की और डिमांड करने का आरोप लगाया। न देने पर अभद्रता कर कार्यालय से धक्के देकर बाहर निकालने की डीएम से शिकायत की थी। जिस पर डीएम ने बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी को जांच सौंपी थी। इस मसले में सीओ रहरा ने अपने बयान दर्ज करा दिए हैं। चूंकि, उनको जनपद में पांच साल हो गए हैं। इसलिए चकबंदी आयुक्त ने उनको हटाने के लिए कहा है। जिस पर बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी ने कार्य चालू कर दिया है।
किसान से रुपये मांगने के मामले में लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। अब उसकी जांच चकबंदी अधिकारी धनौरा को सौंपी गई है। दूसरे मसले में सीओ रहरा ने अपने बयान दे दिए हैं। पीड़ित किसान व गवाह के बयान किए जाएंगे। चकबंदी आयुक्त के दिशा-निर्देश पर भी अमल किया जा रहा है।
नितिन चौहान, बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी