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थार चढ़ाकर अमन को मौत के घाट उतारने के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी चौकाने वाली; सामने आई बर्बरता की कहानी

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अमन के साथ हुई बर्बरता का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपितों ने उस पर थार चढ़ाने से पहले उसके दोनों पैर तोड़ दिए थे। स्वजन का कहना है कि यह हत्या का मामला है लेकिन पुलिस इसे गैर इरादतन हत्या बता रही है। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर स्वजन ने मुख्यमंत्री के समक्ष गुहार लगाने की चेतावनी दी है।

By Mehandi Hasan Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 23 Sep 2024 03:45 PM (IST)
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अमन का फाइल फोटो और थार गाड़ी, जिससे उससे कुचला गया।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। थार चढ़ाकर रेलकर्मी के बेटे अमन को मौत के घाट उतारने के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी चौकाने वाली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि सिर में चोट के साथ जब आरोपितों ने उस पर थार चढ़ाई तो उसके दोनों पैर भी टूट गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देकर ही स्वजन कहते हैं कि बेेटे की हत्या हुई है, फिर भी पुलिस उसे गैर इरादतन हत्या का मामला बनाने में जुटी है।

फरार दोनों आरोपितों सुकेत खन्ना व दिव्यम चौधरी की गिरफ्तारी ना होने पर स्वजन ने दो टूक कह दिया है कि मुख्यमंत्री के समक्ष पेश होकर गुहार लगाएंगे। तब तक शांत नहीं बैठेंगे, जब तक आरोपितों को उनके किये की सजा नहीं मिल जाती।

15 सितम्बर को चढ़ा दी थी थार

साइड देने को लेकर हुए विवाद में 15 सितंबर को रेलकर्मी के बेटे अमन पर कारोबारी पुत्र अनमोल अरोड़ा ने थार चढ़ा दी थी। आरोपित अनमोल के साथ थार में उसके दोस्त सुकेत खन्ना व दिव्यम चौधरी भी थे। सनसनीखेज घटनाक्रम में पुलिस ने आनन-फानन में अगले दिन आरोपित अनमोल अरोड़ा को तो जेल भेज दिया लेकिन, फरार दो आरोपितों की गिरफ्तारी में दिलचस्पी नहीं ली। उन्हें बचाने की पटकथा लिखी जाने लगी। पीड़ित स्वजन का भी सब्र का बांध टूट गया।

रेलकर्मी एकजुट हुए

अमन को न्याय दिलाने के लिए रेलकर्मी एकजुट हो गए। पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए प्रदर्शन किया। इधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए लाेको पायलट पिता योगेंद्र कुमार, अमन की बड़ी बहन शालिनी और छोटी बहन माही कहती हैं कि घटना हादसा नहीं सीधे-सीधे हत्या है। आरोपितों ने घर के इकलौते चिराग को बुझा दिया।

आरोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के बाद ही लंदन जाएंगी शालिनी

15 सितंबर की रात माही की भाई अमन से हुई बातचीत के शब्द बार-बार कानों में गूंज रहे हैं। फफकते हुए कहतीं हैं कि वह बोला था... बहन मैं अभी आधे घंटे में तेरे पास पहुंच जाऊंगा। फिक्र मत कर। तेरा केक लेकर आ रहा हूं। क्या पता था, वह लौटकर ही नहीं आएगा। छोटी बहन की हालत देखकर बड़ी बहन शालिनी के आंसू भी नहीं थम रहे हैं। अमन की मौत पर लंदन से शालिनी 16 की सुबह मुरादाबाद पहुंच गई थीं। कहती हैं कि जब तक भाई का मारने के आरोपित सलाखों के पीछे नहीं पहुंच जाते, तब तक वापस नहीं जाऊंगी।

बेटे की मुस्कुराहट पर खुद भी हंसते थे योगेंद्र

अमन की मौत के बाद से परिवार की सभी खुशियां खत्म हो गई हैं। रविवार की दोपहर चंद्रनगर चांदी वाले मंदिर के पास स्थित अमन के घर पर लाेगों का आना-जाना लगा था। मां बेसुध थीं। बराबर में बैठी शालिनी खुद को संभालने के साथ मां, छोटी बहन और पिता को संभाल रही थी। आने-जाने वालों की वजह से पिता योगेंद्र कुमार ड्राइंग रूम में आकर बैठे तो जरूर थे मगर, गुमशुम थे। पड़ोसियाें के समझाने पर वह कहते हैं कि आरोपितों ने इकलौते बेटे को मार दिया। मैं बेटे को मुस्कुराता देखकर खुद भी हसंता था। उसके लिए मैंने कितने सपने संजोए थे। सब खत्म हो गया।

आरोपितों के बोल-15 दिन में सब सेटल हो जाएगा

पीड़ित पिता बिलखते हुए बताते हैं कि पुलिस द्वारा कार्रवाई न किये जाने के चलते आरोपितों का मन बढ़ा हुआ है। पुलिस उन्हें खोज नहीं पा रही। उधर, आरोपितों के स्वजन लोगों से कह रहे हैं कि 15 दिन तक हल्ला होगा। फिर कोई कुछ नहीं बोलेगा। सब शांत हो जाएगा। तब तक सब सेटल हो जाएगा, चिंता की कोई बात नहीं है। यह कहते ही बिलख पड़ते हैं।