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भाभी जी घर पर हैं के लेखक मनोज संतोषी ने टिल्लू को लेकर रामपुर का अदा किया शुक्रिया, कहा-हमें मिला है एक हीरा

Bhabhi Ji Ghar Par Hain Character Tillu टेलीविजन के प्रसिद्ध धारावाहिक भाभी जी घर पर हैं के लेखक मनोज संतोषी ने रामपुर का शुक्रिया अदा किया। बोले रामपुर ने उन्हें सलीम जैदी-टिल्लू जैसा हीरा दिया है। ऐसा हीरा जिसने अपने हर किरदार को दमदार ढंग से निभाया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Updated: Mon, 21 Feb 2022 10:30 AM (IST)
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Bhabhi Ji Ghar Par Hain : भाभी जी घर पर हैं धारावाहिक के लेखक हैं मनोज संतोषी

रामपुर, जेएनएन। Bhabhi Ji Ghar Par Hain Character Tillu : टेलीविजन के प्रसिद्ध धारावाहिक भाभी जी घर पर हैं, के लेखक मनोज संतोषी ने रामपुर का शुक्रिया अदा किया। बोले रामपुर ने उन्हें सलीम जैदी-टिल्लू जैसा हीरा दिया है। ऐसा हीरा जिसने अपने हर किरदार को दमदार ढंग से निभाया है। लेखक मनोज संतोषी ने यह बात जागरण से बातचीत में कही। वह यहां मुहल्ला लाल कब्र क्षेत्र निवासी अजीम के शादी समारोह में भाग लेने के लिए आए थे। रंगाेली मंडप में उन्होंने रामपुर की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह अच्छा जिला है। यहां के लोग अच्छे हैं। इसी जिले से टिल्लू जैसा हीरा मिला है।

भाभी जी घर पर हैं, सीरियल लोगों को पसंद आया। यह अच्छी बात है। सास, बहू को लेकर पहले फिल्म व नाटक बन चुके थे, इसलिए भाभी काे लेकर कुछ अलग करने का आइडिया आया। पूरी टीम का साथ मिला और सभी के सहयोग से अच्छा धारावाहिक बन गया। प्रयास रहेंगे कि आगे कुछ और अच्छा किया जाए। इसकी तैयारी चल रही है। भाभी जी घर पर हैं, में टिल्लू की भूमिका निभा रहे सलीम जैदी ने कहा कि जल्द पिल्लू द ग्रेट देखने को मिलेगा। शादी समारोह में इन कलाकारों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड पड़ी। पूर्व सांसद बेगम नूरबानों समेत अन्य लोगों ने भी उनसे मुलाकात की।

यज्ञ करने से वातावरण होता है शुद्ध : आर्य समाज की ओर से रविवार को गंगापुर में साप्ताहिक सतसंग हुआ। इससे पूर्व यज्ञ हुआ, जिसमें विश्व कल्याण की भावना के साथ लोगों ने आहुतियां दीं। आर्य समाज ज्वालानगर के प्रधान ओमवीर सिंह वैदिक ने कहा कि परमपिता परमात्मा को अनेक नामों से जाना जाता है। परमपिता परमात्मा जिसका मुख्य नाम ओ३म् है, वह निराकार है। इसलिए परमपिता परमात्मा की स्तुति उपासना वैदिक मंत्रों के माध्यम से की जा सकती है। अगर प्रभु के सानिध्य में रहना है तो प्रातः और सायं वैदिक मंत्रों के द्वारा संध्या अर्थात् ईश वंदन अवश्य करना चाहिए।

संध्या उपासना के उपरांत अपने माता और पिता एवं बड़ों के चरण स्पर्श करके उनका आशीर्वाद अवश्य लें। सब लोग जानते हैं कि परमात्मा को साकार रूप में इन आंखों से कोई नहीं देख सकता, लेकिन उनके प्रतिनिधि के रूप में हमारे घर में हमारे समाज में हमारे वृद्धजन और माता पिता गुरु आदि देवता मौजूद है, जोकि परमपिता परमात्मा के प्रतिनिधि के रूप में होते हैं। उनकी सेवा करनी चाहिए। प्रत्येक मनुष्य को प्रतिदिन यज्ञ करना चाहिए। यज्ञ करने से वातावरण की शुद्धि होती है। इस मौके पर भारत सिंह आर्य, इंद्रलाल आर्य, विजय कुमार आर्य, लक्ष्मी देवी आर्य आदि मौजूद रहे।

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