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UP News: बिलारी SDM विनय कुमार सिंह ने हाथ में पकड़ा हंसिया और बन गए 'किसान', पहले धान काटा फिर की झड़ाई

बिलारी के एसडीएम विनय कुमार सिंह किसानों को जागरूक करने के लिए एक गांव पहुंचे थे। यहां उन्होंने किसान बनकर धान की फसल की कटाई और झड़ाई की। फसल बीमा के लिए पैदावार का मापन किया गया। हिसाबपुर गांव के किसानों को उन्होंने उन्होंने फसल बीमा मापन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। इन दिनों सरकारी केंद्रों पर धान की खरीद चल रही है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 19 Oct 2024 01:27 PM (IST)
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बिलारी के हिसामपुर गांव में कटाई के बाद धान झाड़ते हुए उपजिलाधिकारी बिलारी विनय कुमार सिंह।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। उपजिलाधिकारी बिलारी धान फसल की उपज के मापन के लिए हिसामपुर गांव पहुंचे। फिर वहां किसान बन गए और स्वयं खेत में कटाई की और फिर फसल की झड़ाई भी की।

इन दिनों धान की कटाई चल रही है। धान की पैदावार का मापन कराया जा रहा है। इसके लिए अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में किसी भी एक गाटा संख्या संख्या को चुनकर उसमें धान की फसल की कटाई और उसकी झड़ाई कराकर पैदावार का अनुपात निकालते हैं।

खेतों में पहुंचे एसडीएम विनय कुमार सिंह

एसडीएम बिलारी विनय कुमार सिंह टीम के साथ शुक्रवार को हिसामपुर गांव पहुंचे। वहां खेते में निर्धारित प्रक्रिया के तहत एक समबाहु त्रिकोण में फसल का माप लिया। इसके बाद किसान के साथ फसल की कटाई कराने के बाद उसकी झड़ाई भी कराई।

फसल बीमा की जानकारी किसानों को दी

एसडीएम ने बताया कि यह शासन की ओर से निर्धारित प्रक्रिया होती है। यदि बीमा कराने वाला किसान अपनी फसल खराब होने पर बीमा का दावा करता है, उस अवस्था के लिए यह मापन होता है। इसके तहत संबंधित किसान और दूसरे सही धान की फसल वाले खेत का समान क्षेत्रफल लेकर दोनों फसलों की झड़ाई के बाद दोनों खेतों की पैदावार का अंतर निकाला जाता है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि कितना नुकसान हुआ है। इसी के तहत हिसाबपुर गांव गए थे और वहां धान की कटाई और झड़ाई की थी। 

धूल उड़ाने वाले निर्माण कार्यों पर ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी

शहर में धूल उड़ने के कारण नगर निगम निर्माण कार्यों पर नजर रखेगा। ड्रोन कैमरे से धूल भरे निर्माण कार्यों की वीडियोग्राफी कराकर कार्रवाई करेगा। इन दिनों हर साल प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। जिसको देखते हुए नगर निगम स्प्रिंकल के माध्यम से पानी का छिड़काव कराएगा। पेड़ों के पत्तों की धुलाई के अलावा ऐसी जगह जहां सड़क टूटी होने और फुटपाथ कच्चा है, वहां पर पानी का छिड़काव होगा। इन दिनों तापमान बदलने से वायुमंडल में नमी बढ़ने लगी है। निमार्ण विभाग के सुपरवाइजर और अभियंता को अपने-अपने आवंटित क्षेत्रों में निरीक्षण कर धूल उड़ाने वाले निर्माणाधीन भवनों को चिह्नित किया जाएगा और उन्हें निर्माण सामग्री को ढककर रखने, बालू पर पानी छिड़का जाए।

धूल उड़ाने वाले निर्माण कार्यों पर ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी। सौ. निगम

पालन नहीं करने वालों को दिए जाएंगे नोटिस

नगर निगम भी अपने निर्माणाधीन भवन, सड़क की सामग्री को ढकेगा। पालन नहीं करने वालों को नोटिस व जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी। धूल के कण अब वायुमंडल में दबाव के कारण ऊपर नहीं जाते और प्रदूषण बढ़ने लगता है। गुलाबबाड़ी स्थित एसटीपी में दो एमएलडी क्षमता का वाटर स्टोरेज टैंक बनाया गया है। इससे टैंकर भरकर धूल भरे क्षेत्रों में छिड़काव कराया जाएगा। इस कार्य के लिए शुद्ध पेयजल इस्तेमाल में नहीं लिया जाएगा।

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नगर निगम द्वारा जल संरक्षण को ध्यान में रखते हुए नालों के शोधित पानी को ही छिड़काव के इस्तेमाल में लिया जाएगा। इसके टैंकर भी अलग रखे गए हैं। जिनका इस्तेमाल शुद्ध पेयजल के लिए नहीं होगा। जिन क्षेत्रों में निर्माण कार्य चल रहे हैं वहां पर हरा कपड़ा लगाने के निर्देश दिए हैं। नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने निर्माण व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा है कि स्प्रिंकलर के माध्यम से छिड़काव, सड़क किनारे लगे पेड़ो की धुलाई कराई जाएगी।

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