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Moradabad News: सिगरेट एजेंसी का झांसा देकर कारोबारी से 56 लाख की ठगी, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

सिगरेट एजेंसी दिलाने का झांसा देकर कारोबारी से 56 लाख रुपये ठग लिए गए। जालसाजों ने खुद को डालमिया कंपनी का चेयरमैन बताया। रुपये वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। कटघर पुलिस ने छह आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर ने कहा कि साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।

By Mehandi Hasan Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 14 Sep 2024 02:13 PM (IST)
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सिगरेट एजेंसी दिलाने का झांसा देकर कारोबारी से हड़पे 56 लाख

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। सिगरेट एजेंसी दिलाने का झांसा देकर जालसाजों ने कारोबारी से 56 लाख रुपये हड़प लिये। कारोबारी को फंसाने के लिए जालसाजों में एक ने खुद को डालमिया कंपनी का चेयरमैन बताया। रुपये देने के बाद भी जब एजेंसी ना मिली, तब कारोबारी ने सवाल शुरू किये। रुपये वापस मांगे, तब उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। तब उन्हें धोखाधड़ी का अंदेशा हुआ। छह आरोपितों के विरुद्ध कटघर पुलिस ने प्राथमिकी लिखकर जांच शुरू कर दी है।

कटघर स्थित सत्यम टाकीज के सामने रहने वाले सिद्धार्थ जैन ओम एजेंसी के पार्टनर है। उनके अनुसार, आठ सितंबर को उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को डालमिया कंपनी चेयरमैन संजय डालमिया बताया। एजेंसी देने की बात कही। भरोसा दिलाने के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज पंवार, प्रोजेक्ट मैनेजर खुशबू पुनिया, सीआईओ ऋषि सिंह, मार्केटिंग हेड संजीव खेर, प्रतिनिधि दीपक शर्मा से बात करवाई।

आरोपितों ने झांसे में ले लिया। फिर तय रकम 56 लाख 10 हजार 498 रुपये आरोपितों को दे दिये। रुपये देने के बाद भी कंपनी का कोई पत्र भी नहीं मिला। शिकायत पर एजेंसी के पत्र देने और माल भिजवाने का बार-बार दावा किया जाता रहा। मगर हर वादा झूठा निकला। कई बार कहने के बाद भी जब कंपनी का पत्र और माल नहीं मिला, तब रुपये वापस मांगे। आरोपितों ने इस पर टालमटोल शुरू कर दी। फिर रुपये वापस लौटाने से इन्कार कर दिया।

आरोपितों ने इस तरह से जाल में फंसाया

कारोबारी सिद्धार्थ जैन के अनुसार, कंपनी प्रतिनिधि ने प्रोडक्ट पनामा गोल्ड फ्लैक, फ्लेयर सिगरेट के बारे में जानकारी दी। डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए प्रतिनिधि ने उन्हें तैयार कर लिया। नौ सितंबर 2021 को 11 लाख रुपये जमा करके डिस्ट्रीब्यूटरशिप का एक करार कर लिया। फिर दूसरे कंपनी की सिगरेट की आपूर्ति कर दी गई। दुकानदारों ने शिकायत की, तब आपत्ति दर्ज कराई जिसके बाद फर्जीवाड़ा सामने आया।

शिकायती पत्र के आधार पर मामले में प्राथमिकी लिखी गई है। साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। - संजय सिंह, इंस्पेक्टर, कटघर

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