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CM Kanya Sumangala Yojana की आवेदन प्रक्रिया में बदलाव, अब नहीं देना होगा हलफनामा

Kanya Sumangala Yojana योगी सरकार की महत्वकांक्षी योजना मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को पहले की अपेक्षा और अधिक आसान बना दिया गया है जिसमें किसी भी आवेदक को 10 रुपये का हलफनामा पत्र लगाना जरूरी नहीं होगा।

By Samanvay PandeyEdited By: Updated: Sat, 10 Sep 2022 08:03 AM (IST)
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Kanya Sumangala Yojana : हर बार आवेदन करने की जरूरत नहीं एक बार के आवेदन का हो जाएगा स्वयं अपडेट
जागरण संवाददाता, संभल। Kanya Sumangala Yojana : योगी सरकार की महत्वकांक्षी योजना मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को पहले की अपेक्षा और अधिक आसान बना दिया गया है, जिसमें किसी भी आवेदक को 10 रुपये का हलफनामा पत्र लगाना जरूरी नहीं होगा। अब स्वघोषणा के आधार पर ही आवेदन स्वीकार कर लिया जाएगा।

पूर्व में प्रत्येक चरण के आवेदन अलग अलग करने होते थे लेकिन अब एक बार में ही आवेदन के पश्चात अगले चरण का आवेदन खुद ही हो जाएगा। योगी सरकार की कन्याओं के भविष्य को बेहतर बनाने की एक ऐसी योजना है जिसमें उसके जन्म से लेकर शादी तक का पूरा खर्च जरा सरकार के द्वारा वहन किया जाएगा।

इसमें दो बेटियों वाले परिवार को ही लाभ प्रदान होगा। बता देगी इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर आवेदन किए जाते हैं और अलग-अलग उम्र के हिसाब से आवेदनों की प्रक्रिया आगे अपडेट की जाती है। पूर्व में इस योजना के आवेदन के लिए प्रत्येक चरण के लिए अलग-अलग आनलाइन आवेदन करना होता था।

जिसका सत्यापन खंड विकास अधिकारी और एसडीएम से पहले निचले स्तर शिक्षा विभाग से कराया जाता था लेकिन अब वर्तमान में इस योजना के आवेदन में सरलीकरण किया गया है। अब एक बार आवेदन करने के बाद ही कुसे अगले चरण में अपडेट कर लिया जाएगा।

जिसके अंतर्गत अब द्वितीय और तृतीय चरण अर्थात कक्षा एक में प्रवेश और कक्षा छह में प्रवेश की जांच अब खंड शिक्षा अधिकारी से कराते थे। वर्तमान स्थिति में अब प्रत्येक आवेदन का सत्यापन नगर निकायों में एसडीएम और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए खंड विकास अधिकारी कर सकेंगे।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सत्यापन करने की आवश्यकता नहीं होगी। मुख्य बात इसमें यह है कि पहले 10 रुपये वाला हलफनामा पत्र लगाना होता था लेकिन इस बार अब इसको हटा दिया है और स्वघोषणा के आधार पर इस को पर्याप्त माना जाएगा।

अलग-अलग स्तर पर लंबित हैं आवेदन

मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के आवेदन अभी भी अलग-अलग स्तर पर लंबित चल रहे हैं। हालांकि योजना के आवेदन की प्रक्रिया आसान होने के बाद इसके सत्यापन की प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी। अगर बात करें वर्तमान स्थिति की तो खंड विकास अधिकारी संभल के पोर्टल पर वर्तमान में 1166 आवेदन प्राप्त हैं, जिसमें से कोई भी स्वीकृत नहीं किया गया है।

997 अस्वीकृत किए गए हैं और 169 लंबित हैं। इसके अलावा रजपुरा में 576 प्राप्त हुए हैं, 108 स्वीकृत हुए हैं 417 अस्वीकृत कर दिए गए हैं, जबकि 51 लंबित हैं। गुन्नौर में 2012 प्राप्त हुए हैं, 13 स्वीकृत किए गए हैं 1648 अस्वीकृत किए गए हैं और 351 लंबित हैं।

बनियाखेड़ा में 1241 प्राप्त हुए हैं, जिसमें से सिर्फ 78 को स्वीकृति प्रदान करते हुए 748 अस्वीकृत किए गए हैं, 415 लंबित है। बहजोई में 699 आवेदनों में से सिर्फ 91 को स्वीकृति मिली है, 578 को अस्वीकृत और 30 लंबित हैं। असमोली में 1938 में से सिर्फ पांच को स्वीकृति मिली है, 1901 अस्वीकृत हैं और 32 लंबित हैं।

जुनावई में 693 में से कोई भी आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ है। 195 लंबित हैं पंवासा में 584 में से सिर्फ 13 स्वीकृत हुए हैं, 482 अस्वीकृत हैं, 89 लंबित हैं। बिलारी में 55 आवेदनों में से न तो कोई स्वीकृत हुआ है और न ही कोई स्वीकृत और अस्वीकृत 55 लंबित।

क्या कहते हैं अधिकारी

संभल के जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेंद्र कुमार गौतम ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के आवेदन में लगातार दिक्कतों का सामना होता था। ज्यादातर आवेदनों में कई प्रपत्र अपलोड नहीं किए जाते थे जिससे सत्यापन में दिक्कत होती थी। इसके लिए शासन ने हलफनामा को हटाते हुए चरणबद्ध तरीके से होने वाले आवेदनों को सिर्फ एक ही बार में करने जैसा बदलाव किया है। बावजूद इसके अभी भी सत्यापन अलग-अलग पोर्टल पर लंबित चल रहे हैं।

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