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दिव्यांगों को रेलवे घर के पास उपलब्ध कराएगा रियायती टिकट कार्ड, जानिए कैसे Moradabad news

उत्तराखंड और यूपी के 24 जिलों के दिव्यांगों को ट्रेनों में सफर के लिए रियायती टिकट कार्ड बनाने के लिए डीआरएम ऑफिस मुरादाबाद के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

By Narendra KumarEdited By: Updated: Thu, 20 Jun 2019 02:05 PM (IST)
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दिव्यांगों को रेलवे घर के पास उपलब्ध कराएगा रियायती टिकट कार्ड, जानिए कैसे Moradabad news

मुरादाबाद । उत्तराखंड और यूपी के 24 जिलों के दिव्यांगों को ट्रेनों में सफर के लिए रियायती टिकट कार्ड बनाने के लिए डीआरएम ऑफिस मुरादाबाद के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। रेलवे दिव्यांगों को घर के नजदीक के स्टेशन पर रियायती टिकट कार्ड उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने जा रहा है। वर्ष 2016 के पहले दिव्यांगों को ट्रेनों में रियायती टिकट लेने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र का फोटो स्टेट देना पड़ता था। फर्जी दिव्यांग पत्र पर रोक लगाने के लिए रेलवे बोर्ड ने जून 2016 में कड़े नियम बनाए। नए नियम के तहत रियायती टिकट कार्ड जारी करने का अधिकार प्रवर मंडल वाणिज्य अधिकारी (सीनियर डीसीएम) को दिया। इसके बाद से देश भर के दिव्यांगों को निवास क्षेत्र के डीआरएम ऑफिस में जाकर आवेदन करना पड़ता है। 15 दिन के बाद रेल प्रशासन रियायती टिकट कार्ड जारी करता है। इसके लिए दिव्यांगों को तीन सौ से पांच सौ किलोमीटर तक का सफर करना पड़ता है।

मुख्य बुक‍िंग सुपरवाइजर के पास जमा होगा आवेदन पत्र

उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल व उत्तर प्रदेश के 24 जिले के दिव्यांगों को रियायती टिकट कार्ड के लिए निवास क्षेत्र के नजदीक स्टेशन के मुख्य बुकिंग सुपरवाइजर के पास आवेदन पत्र जमा करेगा और क्षेत्र के मुख्य वाणिज्य निरीक्षक (सीएमआइ) सीएमओ ऑफिस जाकर प्रमाण पत्र की जांच कर पांच दिन के अंदर सीनियर डीसीएम ऑफिस को रिपोर्ट देंगे। पांच दिन के अंदर सीनियर डीसीएम द्वारा रियायती टिकट कार्ड बनाकर संबंधित सीबीएस के पास भेज दिया जाएगा, वहां से दिव्यांग कार्ड प्राप्त करेगा।

प्रत्येक दि‍न 60 द‍िव्यांग कार्ड बनवाने  पहुंचते है डीआरएम ऑफ‍िस

मुरादाबाद डीआरएम ऑफिस से अभी तक पांच हजार से अधिक दिव्यांगों को रियायती टिकट कार्ड जारी किए गए हैं। प्रत्येक दिन 60 दिव्यांग कार्ड बनवाने के लिए डीआरएम ऑफिस पहुंचते हैं। रियायती टिकट कार्ड की मान्यता पांच साल की होती है, उसके बाद नवीनीकरण कराना पड़ता है।सीनियर डीसीएम रेखा ने बताया कि वाणिज्य विभाग दिव्यांगों की सुविधा के लिए यह व्यवस्था शीघ्र शुरू करने जा रहा है।

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