Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

सम्भल में बारिश के पानी से मौत का कुआं बना गहरा गड्ढा, डूबकर दो भाइयों की मौत

Cousins Drowning in Pit in Sambhal उत्तर प्रदेश के जनपद सम्भल में धनारी थाना क्षेत्र के भिरावटी गांव में हादसा हुआ है। एक बच्चा कक्षा तीन और दूसरा दूसरी कक्षा का छात्र था। दोनों के शव एक घंटे की मशक्कत के बाद निकाले गए।

By Samanvay PandeyEdited By: Updated: Wed, 27 Jul 2022 09:04 AM (IST)
Hero Image
Cousins Drowning in Pit in Sambhal : बच्चों का फाइल फोटो। सौजन्य- परिवार

जागरण संवाददाता, सम्भल। Cousins Drowning in Pit in Sambhal : उत्तर प्रदेश के जनपद सम्भल में धनारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में अपने खेत में धान की पौध रोपित करने के दौरान दो मासूम अचानक गर्मी लगने पर बारिश के पानी से भरी एक गड्ढे में नहाने लगे।

गड्ढा अधिक गहरा होने के कारण दोनों मासूम डूब गए। कुछ समय बाद कुछ बच्चों ने इसकी सूचना स्वजन को दी। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला गया लेकिन, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। दोनों बच्चे आपस में चचेरे भाई थे।

भिरावटी गांव के ताराचंद और दीनदयाल दोनों भाई मंगलवार की दोपहर को गांव के निकट कुछ दूरी पर अपने खेत में धान की पौध रोपित कर रहे थे, जिसमें परिवार के सभी सदस्य काम कर रहे थे। ताराचंद का 11 वर्षीय बेटा भानू और दीनदयाल का आठ वर्षीय बेटा छोटेलाल भी धान की पौध रोपित कर रहा था।

करीब दो बजे जैसे ही दोनों मासूमों को अधिक गर्मी लगी तो वह स्वजन को बिना बताए ही वहां से कुछ दूरी पर स्थित उस स्थान पर चले गए, जहां एक गहरे गड्ढे में बारिश का पानी भरा हुआ था। दोनों ही मासूम नहाने लगे और अचानक गहराई में जाने पर डूब गए।

जहां उन्हें देख रहे कुछ बच्चों ने शोर मचाया लेकिन दूर दूर तक कोई नहीं था। जिसके बाद बच्चे उनके खेत पर पहुंचे और स्वजन को इसकी सूचना दी आनन-फानन में स्वजन गहरे गड्ढे में पहुंचे और दोनों को तलाशने का काम शुरू किया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद उनको बाहर निकाला, तब तक दोनों की मृत्यु हो चुकी थी।

भानु कक्षा तीन तो छोटेलाल था कक्षा दो का छात्र

सगे भाइयों के दो बेटे गांव के ही एक स्कूल में पढ़ते थे। स्वजन के मुताबिक भानु कक्षा तीन तो छोटेलाल कक्षा दो में पढ़ता था शिवरात्रि का अवकाश होने के चलते दोनों ही बच्चे स्कूल नहीं गए थे और स्वजन के साथ खेत में काम बताने के लिए चले गए। अक्सर वह खेत मे काम करने नहीं जाते थे।