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Deepesh Bhan Death पर टिल्लू व्यथित, बोले-मलखान तुम जोड़ी तोड़कर कहां चले गए, अब मैं क्या करूंगा

Deepesh Bhan Death रामपुर के रहने वाले हैं भाबी जी घर पर हैं के टिल्लू। मलखान यानी दीपेश के निधन से टिल्लू यानी सलीम जैदी काफी व्यथित हैं। टीएमटी के नाम से जानी जाती है टीका मलखान और टिल्लू की तिकड़ी।

By Samanvay PandeyEdited By: Updated: Sat, 23 Jul 2022 06:58 PM (IST)
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Deepesh Bhan Death : टीएमटी के नाम से मशहूर भाबी जी घर पर हैं सीरियल की तिकड़ी। फोटो- गूगल

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Deepesh Bhan Death : भाबी जी घर पर हैं (Bhabi ji Ghar Par Hain) की मशहूर टीका, मलखान और टिल्लू (TMT) की तिकड़ी में से एक किरदार शनिवार को बिछुड़ गया। दीपेश भान (Malkhan) ने शनिवार को ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage) होने की वजह से दुनिया को अलविदा कह दिया। जो़ड़ीदार के चले जाने से टिल्लू (Salim Zaidi) व्यथित हैं।

वह बार-बार सिर्फ यह ही कह रहे हैं कि मलखान तुम जोड़ी तोड़कर कहां चले गए... अब मैं क्या करूंगा। किसे अपने साथ रामपुर लाऊंगा। रामपुर के मूल निवासी टिल्लू (Tillu) की सिसकियां थम नहीं रही हैं। दैनिक जागरण ने जब उन्हें मुंबई फोन किया तो उन्होंने रोते हुए ही फोन रिसीव किया। खुद को बमुश्किल संभालते हुए बात शुरू की।

TMT के नाम से मशहूर है तिकड़ी

टिल्लू ने बताया कि हमने (TMT) छह सााल का वक्त साथ-साथ गुजारा था। टीका, मलखान और टिल्लू (Teeka, Malkhan, Tillu) की पूरी नटखट टीम थी। हम तीनों सेट से अलग भी चुहलबाजी करते रहते थे। सीरियल के साथ हम स्टेज शो भी साथ कर रहे थे। कानपुर सहित कई जगह साथ-साथ शो को गए। मेरी और मलखान की शादी भी सिर्फ 10 दिन के अंतराल पर हुई थी।

Tillu और Deepesh की शादी में था 10 दिन का अंतर

टिल्लू ने बताया कि मेरी शादी सात अप्रैल, 2019 को और मलखान की शादी 17 अप्रैल, 2019 को दिल्ली की नेहा के साथ हुई। अब मलखान के एक 17 माह का बच्चा भी है। हम पारिवारिक रूप से भी काफी नजदीक थे। सुख-दुख एक-दूसरे से शेयर करते थे। मलखान की दिनचर्या भी काफी संयमित थी। वह ना कभी शराब पीता था और न कभी स्मोकिंग करता था। ऐसे में उसका छोड़कर जाना समझ नहीं आ रहा।

तीन शरीर एक मन थे तीनों

भावुक टिल्लू की यादें यहीं नहीं थमीं। वह बताते हैं कि भाबी जी घर पर हैं (Bhabi ji Ghar Par Hain) के सेट पर हमको तीन शरीर और एक मन वाले के रूप में माना जाता था। दर्शक भी हमें इसी अंदाज में लेते थे। मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा कि मलखान इस तरह कैसे चला गया। कल ही तो मेरी लंबी बात हुई थी। हमारे लिए कहानी लिख रहे बुलंदशहर के रामघाट निवासी मनोज संतोषी तो सुबह से रो रहे हैं। वह कह रहे हैं कि अब किसके लिए डायलाग लिखूंगा।

मलखान के चले जाने की सूचना पर सीरियल की पूरी टीम मुंबई की लोधा सोसायटी पर पहुंची। हर कोई रो रहा था। टिल्लू बताते है कि मुझसे अक्सर कहते थे कि टिल्लू अपने शहर रामपुर लेकर कब चलोगे। मैंने जल्द उन्हें रामपुर ले जाने का वादा किया था। अब मैं किसे रामपुर लेकर आऊंगा।

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