Move to Jagran APP

कभी साथ बैठकर होती थी चर्चा, लॉकडाउन में अब घर ही बना ठिकाना Moradabad News

कोरोना के प्रकोप के चलते हर ओर जनजीवन अस्त-व्यस्त है। लोगों को इससे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

By Ravi SinghEdited By: Updated: Sun, 03 May 2020 09:56 AM (IST)
Hero Image
कभी साथ बैठकर होती थी चर्चा, लॉकडाउन में अब घर ही बना ठिकाना Moradabad News
मुरादाबाद,जेएनएन। कोरोना महामारी ने चौपालों को सूना कर दिया है। कभी गांव के लोग साथ बैठकर देश और दुनिया की बातें करते थे, अब घर की उनका ठिकाना बन गया है। ग्रामीणों को कोई जरूरत कार्य न पड़े तो पूरे दिन गलियां वीरान ही पड़ी रहती हैं।

ग्राम हीरापुर बेगमपुर में इन दिनों हर ओर सन्नाटा है। किसान सोनू सिंह की चौपाल खाली पड़ी है। चारपाई बिछी पड़ी है लेकिन कोई बैठने नहीं आता है। कभी यहां भीड़ लगी रहती थी। सभी मुहल्ले के लोग यहां जुटते थे। अब लॉकडाउन में कोई बाहर नहीं निकल रहा है। ग्रामीण अशोक कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी है और सभी लोग इस से बच रहे हैं इसलिए एक दूसरे के पास बैठने से लोग परहेज कर रहे हैं। किसान मोनू सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से गांव में सभी तरह के सामूहिक आयोजन बंद हो गए हैं। प्रत्येक गांव में ठेलों पर लेकर लोग सब्जियां और दूथ बेच रहे हैं। खाने-पीने की व्यवस्था भी लोगों की अभी तक ठीक चल रही है। हालांकि बारिश होने से किसानों का नुकसान जरूर हुआ है। अब लॉकडाउन बढ़ गया है, ग्रामीण भी इसका पूरा पालन कर रहे हैं। घर में ही लूडो आदि खेलकर अपना वक्त बिता रहे हैं। किसान खेतों पर काम के लिए ही जाते हैं।ं ग्रामीण रामपाल सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस एक वैश्विक महामारी है और इधर उधर घूमने के बजाय शारीरिक दूरी का पालन कर लोग घरों में ही रह रहे हैं। प्रीतम सिंह यादव ने बताया कि पूरा दिन घरों पर बैठ कर टीवी देखते हैं।  

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।