पहाड़ों पर हो रही बारिश से उफान पर रामगंगा; खतरे के निशान से महज 86 सेंटीमीटर नीचे, बाढ़ का अलर्ट जारी
रामगंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद प्रशासन ने बाढ़ चौकियां अलर्ट की गई है। कर्मचारी भी तैनात कर दिए गए हैं। सभी अपने क्षेत्रों में निगरानी बनाए हुए हैं तथा लोगों को रामगंगा की धार से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं। रामगंगा आबादी के निकट घरों तक पानी पहुंच गई है। आसपास की फसलें जलमग्न हो गई है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। रामगंगा में जलस्तर तेजी के साथ बढ़ा है। सोमवार को जलस्तर खतरे के निशान से 86 सेंटीमीटर नीचे पहुंच गया। बाढ़ काे लेकर अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में अनाउंसमेंट कराकर लोगों को रामगंगा के बहाव से दूर रहने की सलाह दी है।
रविवार को रामगंगा का जलस्तर घटकर 188.40 मीटर रह गया था। रात के समय रामगंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया। सोमवार की शाम चार बजे रामगंगा में 189.74 मीटर पानी दर्ज किया गया है। खतरे का निशान 190.60 मीटर पर है। खतरे के निशान से रामगंगा मात्र 86 सेंटीमीटर दूर रह गई है। पिछले दो दिनों से लगातार रामगंगा का जलस्तर घट रहा था। एक दिन में ही अचानक 1.14 मीटर जलस्तर बढ़ गया है।
प्रशासन ने घाेषित किया अलर्ट
रामगंगा का पानी मुरादाबाद में दसवां घाट, जिगर कॉलोनी, बगला गांव में आबादी के निकट घरों तक पहुंच गया है। बढ़े जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया है। पुलिस ने दसवां घाट, बगला गांव आदि क्षेत्रों में अनाउंसमेंट कराया है। लोगों से अपील की है कि रामगंगा की ओर न जाए। किसी भी हाल में नाव आदि से भी रामगंगा को पार करने प्रयास न करें। रामगंगा का जलस्तर अभी ओर भी बढ़ सकता है। लोगों से खेतों से दूर रहने की सलाह दी गई है।रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़कर फसलों को उजाड़कर जैतवाड़ा संपर्क मार्ग पर पहुंचा, बहते पानी को दिखाते किसान।
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