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गैंगस्टर ललित कौशिक का इनामी गुर्गा गिरफ्तार, खुद को अखबार का मालिक बताकर करता था वसूली

मुरादाबाद की बिलारी पुलिस ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख गैंगस्टर ललित कौशिक के सहयोगी राजीव को गिरफ्तार किया। राजीव पर आरोप है कि उसने एक अखबार के लेटर पैड और मुहर का गलत इस्तेमाल करके लोगों से अवैध वसूली की। पुलिस ने बताया कि राजीव ने अपने भाई के अखबार के नाम पर लोगों को धमकाया और पैसे वसूले। इसके खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं।

By Mehandi Hasan Edited By: Shivam Yadav Updated: Wed, 18 Sep 2024 12:42 AM (IST)
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बिलारी पुलिस द्वारा धोखाधड़ी का इनामी राजीव गिरफ्तार। जागरण

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। बिलारी पुलिस ने पूर्व ब्लाक प्रमुख गैंगस्टर ललित कौशिक के गुर्गे राजीव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अपराध सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि एक पत्र के सम्पादक धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने सात जनवरी को बिलारी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें पांच लोगों पर उनके समाचार पत्र के लेटर पैड और मुहर का गलत इस्तेमाल कर रुपये वसूली करने की जानकारी दी गई थी। 

इस प्रकरण में तत्कालीन एसएसपी हेमराज मीणा ने गिरोह के मास्टरमाइंड पूर्व ब्लाक प्रमुख सीए और स्पोर्ट्स सामान के कारोबारी कुशांक गुप्ता की हत्या में आरोपी ललित कौशिक के फरार गुर्गे राजीव पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। 

पकड़े गए बदमाश ने पूछताछ में बताया कि उसे यह पता था कि उसका बड़ा भाई चैतन्य कुमार एक अखबार का संपादक है। इसी का सहारा लेते हुए वह लोगों से रुपए वसूलने का काम किया करते थे। राजीव पर पूर्व में भी कई मुकदमें धोखाधड़ी के दर्ज हो चुके हैं। इसके कुछ गुर्गे जेल में बंद है और कुछ फरार भी हैं। उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

इनके खिलाफ दर्ज हुई थी प्राथमिकी

वसूली करने के मामले में चेतेन्द्र सिंह उर्फ चेतन चौधरी निवासी मो. पश्चिमी शाहबाद रोड बिलारी, राजीव कुमार निवासी बाजार रहमत नगर बिलारी, विजय वीर निवासी मीरापुर माफी बिलारी, भूरा जाटव निवासी मीरापुर माफी बिलारी, ललित कौशिक निवासी दीन दयाल नगर रामगंगा विहार सिविल लाइन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी।

फर्जी पैड के सहारे होती थी वसूली

पुलिस पूछताछ में गुर्गे राजीव ने बताया कि अखबार के पैड के सहारे लोगों के ऊपर दबाव बनाया जाता था। राजीव खुद को अखबार का मालिक बताकर डराता था। इसके बाद लोगों से अवैध वसूली शुरू कर देते थे। प्रतिदिन यही काम किया जा रहा था।

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