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ऋण मिलने से युवाओं व महिलाओं में बढ़ीं स्‍वावलंबन की उम्‍मीदें, शुरू कर सकेंगी अपना रोजगार

जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक विशाल दीक्षित ने कहा कि 75 वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्वरोजगार व कारोबार को बढ़ावा देे के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजना चलायी जा रही है। जिसके तहत सौ करोड़ रुपये की ऋण वितरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

By Vivek BajpaiEdited By: Updated: Thu, 09 Jun 2022 01:57 PM (IST)
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सांकेतिक रूप से 40 युवाओं व महिलाओं को ऋण दिया गया।

मुरादाबाद, जेएनएन। ऋण संवर्द्धन कार्यक्रम में ऋण लेने वाले युवा व महिलाएं काफी उत्साहित थीे। विभिन्न सरकारी योजनाओं के द्वारा ऋण मिलने जा रहा है, जिससे वह स्‍वावलंबी हो सकेंगे। बुधवार को सर्किट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में सांकेतिक रूप से 40 युवाओं व महिलाओं को ऋण दिया गया।

जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक विशाल दीक्षित ने कहा कि 75 वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्वरोजगार व कारोबार को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही हैं। जिसके तहत सौ करोड़ रुपये ऋण वितरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले भर की बैंकों ने बेरोजगार युवकों को दुकान खोलने, साइबर कैफे खोलने, महिलाओं के समूह को सिलाई आदि करने के लिए, पशुपालन, मछली पालन, कृषि कार्य के लिए 120 करोड़ का ऋण वितरण किया। ऋण जिले के 1821 लाभार्थियों को मिला है। कार्यक्रम में 40 लोगों को ऋण वितरण किया गया।

ऋण वितरण सांसद डा. एसटी हसन, विधान परिषद सदस्य गोपाल अंजान, जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी आनंद वर्धन ने किया। इस अवसर पर जिला विकास प्रबंधक रजत सहगल, निदेशक आरसेटी अंकित शर्मा, गोविंद अवस्थी प्रमुख से उपस्थित थे।

महिला को पहले स्‍वावलंबी बनाया, अब रोजगार बढ़ने को मिला है हौसला: महानगर के लाल बाग क्षेत्र में रहने वाली ग्रुप की लीडर आर्शी व जेबा बताती हैं कि दो साल पहले तक लालबाग क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं के पास काम नहीं था। दस महिलाओं ने मिलकर स्वयं सहायता समूह बनाया और प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत बैंक से ऋण मिल गया। जिससे सिलाई व कढ़ाई मशीन खरीद कर काम शुरू किया था। धीरे-धीरे काम बढ़ने लगा और आय बढ़ने लगी। फिर महसूस हुआ कि अगर कच्चा माल खरीदने को पूंजी हो तो कारोबार को बढ़ाया जा सकता है, जिसके महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। इसके सहायता के लिए फिर बैंक आगे आया है और चार लाख रुपये का ऋण उपलब्ध कराया है। अब वह बाजार से कपड़ा आदि खरीद कर लाएंगे और अधिक से अधिक तैयार माल को बाजार में बेच पाएंगे।

सरकारी योजना ने उपलब्ध कराया रोजगार: बंगला गांव निवासी विकास कश्यप ने कहा कि वह स्‍नातक पास हैं। कुछ साल पहले उसके पास कोई रोजगार नहीं था। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत दो साल पहले दस हजार रुपये का ऋण मिला था। कुछ रुपये एकत्रित कर कहचरी परिसर में साइबर कैफे चलाना शुरू कर दिया। जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। दस हजार रुपये का ऋण वापस कर दिया है और अब बीस हजार रुपये का ऋण मिला है। जिससे वह कारोबार को बढ़ा सकेंगे।

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