Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

मुरादाबाद में कैसा दिखा Solar Eclipse 2022 यहां तस्वीरों में देखें, भौगोलिक घटना देखने को लोगों में रहा कोतूहल

Solar Eclipse 2022 सूर्य ग्रहण देखने के लिए कौतूहल मचा रहा। शाम 429 बजे से सूर्य ग्रहण का समय था। लेकिन अपने शहर में 534 बजे से सूर्य ग्रहण दिखाई दिया। जैसे-जैसे समय बढ़ा सूरज की आकृति भी बदलती गई।

By Tej Prakash SainiEdited By: Samanvay PandeyUpdated: Wed, 26 Oct 2022 07:46 AM (IST)
Hero Image
Solar Eclipse 2022 : मुरादाबाद में इस तरह दिखा सूर्य ग्रहण। जागरण

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Solar Eclipse 2022 : सूर्य ग्रहण देखने के लिए कौतूहल मचा रहा। शाम 4:29 बजे से सूर्य ग्रहण का समय था। लेकिन, अपने शहर में 5:34 बजे से सूर्य ग्रहण दिखाई दिया। जैसे-जैसे समय बढ़ा सूरज की आकृति भी बदलती गई। सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना काे टेलीस्कोप से देखने का अवसर शहरवासियों को भी मिला।

सूर्य ग्रहण की बदलती आकृतियों के दृश्यों को देखकर बच्चे और बड़े खुश हुए। सूर्य ग्रहण देखने के लिए लोग पारकर इंटर कालेज पहुंचे। यहां पर जिला विज्ञान क्लब की ओर से सूर्यग्रहण को टेलीस्कोप से देखने की व्यवस्था की गई। आसमान एकदम साफ था।

बड़े टेलीस्कोप से देखा सूर्यग्रहण

जिससे सूर्यग्रहण की अलग-अलग आकृतियों को बच्चे, बड़ों ने टेली स्कोप से आराम से देखा। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से लोग पहुंचे और सूर्यग्रहण को टेलीस्कोप से देखने के साथ-साथ इसके वैज्ञानिक कारण भी जाने। घरों की छत व मैदान से भी काला चश्मा व एक्सरे लगाकर लाेगाें ने इस दृश्य को देखा।

सूर्यग्रहण देखने को कालेज की छत पर चढ़े लोग

सूर्यग्रहण को टेलीस्कोप से देखने के लिए पारकर इंटर कालेज के मैदान में टेलीस्कोप से जब सूर्यग्रहण दिखना बंद हो गया तो कालेज की छत पर लोग पहुंचे। वहां टेलीस्कोप से डूबते हुए सूर्यग्रहण को देखा।

मोबाइल में कैद की खगोलीय घटना की तस्वीरें

काला चश्मा व एक्सरे लगाकर भी लोगों ने सूर्यग्रहण को देखा। चश्मा लगाकर मोबाइल में सूर्यग्रहण की तस्वीरों को कैद किया। इन तस्वीरों को इंटरनेट मीडिया पर लोगों ने शेयर किया।

नंगी आंखों से सूर्यग्रहण देखने के नुकसान

सूर्यग्रहण के दौरान इसकी रोशनी से परा बैगनी किरणें निकलती हैं। जिससे नंगी आंखों से देखने में आंखों के रेटीना के जलने का खतरा रहता है। इससे आंखों की रोशनी जा सकती है। इसलिए सीधे सूर्यग्रहण को देखने के लिए टेलीस्कोप का प्रबंधन जिला विज्ञान क्लब की ओर से किया गया।

अब आठ नवंबर को चंद्रग्रहण

मुरादाबाद विज्ञान क्लब के जिला समन्वयक मनोज प्रभाकर ने बताया कि जिला विज्ञान क्लब की ओर से टेलीस्कोप से सूर्य ग्रहण को देखने को व्यवस्था की गई। नंगी आंख से सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए। इसकी पराबैंगनी किरणें आंखों का रैटीना जला सकता है। जिससे आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती हैं। अब आठ नवंबर 2022 को चंद्र ग्रहण है। 

सूर्यग्रहण के बाद खुले मंदिरों के कपाट

सूर्यग्रहण खत्म होने के बाद मंदिरों के कपाट खुल गए। सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले तड़के 4:30 बजे लगा था और शाम 6:45 बजे खत्म हुआ। शाम को सूर्यग्रहण खत्म होते ही मंदिरों व घरों में भगवान की मूर्तियों को स्नान कराया। घर में गंगा जल छिड़का और पोशाक बदलकर पूजा अर्चना की। भगवान को भोग लगाया गया। लोगों ने मंदिरों में भगवान के दर्शन किए और दान भी किया गया। इसके अलावा सूर्यग्रहण की अवधि के दौरान भजन कीर्तन भी किए गए।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें