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कैसे गुजरेंगे कांवड़िये? वेस्ट यूपी के इस इलाके में रोड के हालात बद से बदतर, कहीं कीचड़ तो कहीं घुटनों तक पानी

22 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है और सावन का पहला दिन भी सोमवार है। जिससे 15 जुलाई से कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2024) शुरू हो जाएगी । बरसात की वजह से सड़कों का हाल बद से बदतर है। गहरी सीवर लाइन खोदाई के बाद अभी तक यह सड़क नहीं बनने से कांवड़ियों के वाहनों के लिए मुसीबत बनेंगे।

By Tej Prakash Saini Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sun, 07 Jul 2024 03:13 PM (IST)
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रामगंगा विहार फेस वन से 24 मीटर रोड को जाने वाले मार्ग में टूटी सड़क में जलभराव दिखाई दिया। जागरण

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। कांठ रोड को शहर की लाइफ कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। इससे उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा राज्य के वाहन गुजरते हैं और दिल्ली रोड जाने को सोनकपुर फ्लाई ओवर के लिए भी यहीं से वैकल्पिक रास्ता है। जनपद के सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को घर जाने के लिए इसी रोड से पर आना पड़ता है।

हालात यह है कि आम जन जलभराव, गड्ढों के बीच कई स्थानों पर दलदल जैसे हालात के बीच से जान हथेली पर रखकर चलने को मजबूर है। 22 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है और सावन का पहला दिन भी सोमवार है। जिससे 15 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। जिससे अब नई मुसीबत कांवड़ियों के सामने आने वाली है। गहरी सीवर लाइन खोदाई के बाद अभी तक यह सड़क नहीं बनने से कांवड़ियों के वाहनों के लिए मुसीबत बनेंगे।

इसी रोड पर अकबर किला व मधुबनी पार्क के सामने दो जगह पीडब्ल्यूडी पुलिया बना रहा है। सीवर लाइन की खोदाई और निर्माणाधीन पुलिया ही मुसीबत की जड़ बनी हैं। अगर विभाग सक्रियता दिखाता और कामों की तेज रफ्तार होती तो मानसून से पहले सभी काम पूरे हो गए होते। जिससे रोजाना जलभराव, दलदल, जाम और पलटते वाहन।

इस बदहाली में कांवड़ियों का गुजरना जान जोखिम में डालना है। डिवाइडर के एक ओर कांवड़ लेने वाले वाहनों की लंबी कतार रहती है तो डिवाइडर के दूसरी ओर कांवड़ लेकर आते हैं। कावंड़ियों की कितनी फ्रिक है। यह मौके की स्थिति देख लीजिए साहब। शनिवार को कई वाहन कांठ रोड पर दलदल में फंस गए।

ई-रिक्शा पलट गया। जिसे पुलिस कर्मियों ने निकाला। एक एंबुलेंस जाम में फंसी तो पुलिस कर्मियों ने बमुश्किल रास्ता साफ कराकर आगे निकाला। दलदल बनी सड़क में पता नहीं कब क्या हादसा हो जाए, उसको देखते हुए यातायात पुलिस ने विशेष रूप से हरथला पुलिस चौकी से मधुबनी तक पुलिस कर्मी खड़े किए हैं।

रोजाना गुजरते हैं कांवड़ियों के सैकड़ों वाहन

बरेली, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बिलासपुर, रामपुर, चंदौसी, संभल व मुरादाबाद के कांवड़िए कांठ रोड से ही गुजरते हैं। अंदाजा लगाइए कि मुरादाबाद के लोग तो मुसीबत में जान डालकर जैसे-तैसे गड्ढों से गुजर रहे हैं। लेकिन, जो बाहर के कांवड़िए आएंगे उन्हें तो पता भी नहीं कि जलभराव में कहां गड्ढा है और सीवर लाइन की वजह से दलदल है।

शिक्षा, चिकित्सा और मार्केट का हब कांठ रोड

शिक्षा, चिकित्सा, विभाग और ब्रांडेड ज्वैलरी मार्केट के अलावा तमाम कंपनियों के शोरूम कांठ रोड पर पीएसी से हरथला के बीच हैं। इसी बीच की दुर्दशा सबसे खराब हैं। दो पुलिया भी इसी बीच बन रही हैं। वैसे तो पांच किमी तक 5.50 किमी तक सीवर लाइन खोदाई हुई है। लेकिन, इस बीच की स्थिति सबसे खराब है। मुरादाबाद ही नहीं काशीपुर, चंदौसी, धामपुर, नजीबाबाद, रामपुर, संभल समेत आसपास के शहरों से यहीं खरीदारी करने लोग आते हैं। लेकिन, पीडब्ल्यूडी और जल निगम की रार में यह सड़क मानसून से पहले नहीं बनी।

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