Move to Jagran APP

Ram Mandir: अयोध्या में चंपारण की आस्था के रूप में सजा राम स्तंभ, रामलला के दर्शन को देशभर से चलेंगी सौ स्पेशल ट्रेनें

अवधपुरी में प्रभु श्रीराम के स्वागत की खूब तैयारी है। सिया सुकुमारी के देश से अयोध्या नगरी तक की राह और नगर राममय हैं। इन सबके बीच अयोध्या में बने प्रभु के दिव्य एवं भव्य मंदिर को जाने वाले रामपथ में चंपारण की आस्था राम स्तंभ रूप में खड़ी है। अयोध्या में नयाघाट से राम मंदिर को जाने वाली सड़क (रामपथ) में श्रीराम नाम के 25 स्तंभ बनवाए हैं।

By Jagran News Edited By: Jeet KumarUpdated: Mon, 25 Dec 2023 05:55 AM (IST)
Hero Image
अयोध्या में चंपारण की आस्था के रूप में सजा राम स्तंभ
जागरण संवाददाता अवधपुरी में प्रभु श्रीराम के स्वागत की खूब तैयारी है। सिया सुकुमारी के देश से अयोध्या नगरी तक की राह और नगर राममय हैं। इन सबके बीच अयोध्या में बने प्रभु के दिव्य एवं भव्य मंदिर को जाने वाले रामपथ में चंपारण की आस्था राम स्तंभ रूप में खड़ी है। पूर्वी चंपारण के उद्योगपति और ब्रावो फार्मा के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने अयोध्या में नयाघाट से राम मंदिर को जाने वाली सड़क (रामपथ) में श्रीराम नाम के 25 स्तंभ बनवाए हैं।

अयोध्या संरक्षण विकास निधि समिति की देखरेख में सितंबर, 2023 से शुरू हुआ काम पूरा कर लिया गया है। स्तंभ स्थापित करने में दो करोड़ तीन लाख रुपये खर्च किए गए हैं। हर स्तंभ छह मीटर ऊंचा और 1.5 मीटर चौड़ा है। कांसे से बने स्तंभ अग्निरोधी हैं। उन्हें विशेष तरह के रसायन से लेपित किया गया है। इसके चारों तरफ 12 एमएम के फाइबर का कोट चढ़ाया गया है।

स्तंभ में अवधपुरी की शिल्पकला

स्तंभ में अवधपुरी की शिल्पकला का नमूना हैं। उनमें प्रभु श्रीराम का नाम चहुंओर अंकित है। रामभक्त हनुमान की गदा का भी भाव स्पष्ट दिख रहा है। राकेश बताते हैं कि अयोध्या भ्रमण के दौरान देखा कि प्रभु के मंदिर के निर्माण संग सड़कों का भी विकास हो रहा है। उसी अवधि में आस्था का सुयोग बना और अयोध्या संरक्षण विकास निधि समिति को विकास कार्यों में सहयात्री बनने के लिए पत्र लिखा।

समिति के अध्यक्ष भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी गौरव दयाल ने 12 सितंबर को जवाबी पत्र में उपरोक्त कार्य करने की सहमति देते हुए श्रीराम स्तंभ के निर्माण से जुड़ी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रीराम स्तंभ समर्पण व वास्तुकला का प्रतिरूप है। यह अवध की वास्तुकला के उत्कृष्ट डिजाइन से सुसज्जित है। सुझाव के अनुसार निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ चलाईं जाएंगी ट्रेंनें

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ रेलवे भी व्यापक तैयारी कर रहा है। आगामी 22 जनवरी से देशभर से सौ स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना हैं। मुरादाबाद रेल मंडल से फिलहाल पांच ट्रेनों का रूट तय माना जा रहा है। मंडल में पहली ट्रेन 22 जनवरी को देहरादून से रवाना होने की संभावना है।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ ही पर्यटकों की संख्या कई गुणा बढ़ गई है। विभिन्न राज्यों से पर्यटक अयोध्या जा रहे हैं। यात्रियों के लगातार बढ़ती देख रेलवे देशभर के प्रमुख शहरों से अयोध्या के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू करने जा रहा है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या के कमिश्नर ने भी रेलवे बोर्ड को पत्र भेजकर ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की जरूरत बताई है।

इसके बाद रेलवे ने एक सेल बना दिया है, जो विभिन्न शहरों से ट्रेनों को अयोध्या तक चलाने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। रेलवे बोर्ड ने सभी रेल मंडल को पत्र भेजकर अयोध्या जाने वाली ट्रेनों के लिए रूट खाली करने को कहा है। अयोध्या के लिए 22 जनवरी को तीसरे पहर से स्पेशल ट्रेन का संचालन प्रस्तावित है। ताकि पर्यटक 23 जनवरी की सुबह अयोध्या पहुंच सकें। ट्रेनों को अयोध्या में कुछ घंटे रोककर वापस भी किया जाएगा।

यहां चलाई जाएंगी ट्रेनें

मुरादाबाद रेल मंडल से जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड से चलने वाली ट्रेनें जाएंगी। देहरादून से 22 जनवरी को अयोध्या के लिए ट्रेन चलाने की तैयारी है, जो दोपहर 2:30 बजे चलकर सुबह पांच बजे अयोध्या पहुंचेगी। जिस राज्य से ट्रेन का संचालन शुरू होगा, उसके स्टापेज संबंधित राज्य के सभी प्रमुख स्टेशनों पर होगा। सभी ट्रेनों में 24 कोच लगाए जाएंगे। मुरादाबाद मंडल को सहारनपुर, अलीगढ़ की ओर से विभिन्न राज्यों से आने वाली ट्रेन दी जाएगी।

मप्र के शापिंग माल व प्रतिष्ठानों में लगाई जाएगी श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति

अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर मध्य प्रदेशका इंदौर भी राममय होगा। नगर निगम के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने यह पहल करते हुए सभी व्यापारियों को पत्र लिखा है। उन्होंने सभी शापिंग माल, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, बाजारों में एक सप्ताह के लिए राम मंदिर की प्रतिकृति स्थापित करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि सभी व्यापारी 15 जनवरी से 22 जनवरी तक अपने संस्थान में राम मंदिर की थर्माकोल की प्रतिकृति अनिवार्य रूप से स्थापित करें और अपने संस्थान पर विशेष रोशनी भी करें। थर्माकोल की प्रतिकृति की उपलब्धता की व्यवस्था करने की योजना भी निगम ने तैयार कर ली है।

पत्र में भार्गव ने कहा है कि भव्य मंदिर में श्रीरामलला की पुनर्स्थापना के महाआयोजन पर शहरवासियों के उत्साह और श्रद्धा को देखते हुए सभी शापिंग माल, बड़े बाजार, व्यवसायिक संस्थान की सहभागिता की आवश्यकता है। जिस तरह दीपावली पर्व पर हम सभी घरों में दीये प्रज्जवलित कर रोशनी करते हैं और खुशियां मनाते हैं, उसी तरह इस पावन अवसर पर भी इस महोत्सव में भागीदारी निभाएं।

श्रीराम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए विशेष स्मृति चिह्न भेजेगा नेपाल

नेपाल अगले माह अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए आभूषण, बर्तनों, कपड़ों और मिठाइयों से युक्त विशेष स्मृति चिह्न भेजेगा। स्मृति चिह्न पहुंचाने के लिए जनकपुरधाम-अयोध्याधाम यात्रा निकाली जाएगी। अयोध्या में श्रीराम मंदिर का स्थापना समारोह आगामी 22 जनवरी को होगा। नेपाल स्थित जानकी मंदिर के संयुक्त महंत रामरोशन दास वैष्णव ने बताया कि यात्रा 18 जनवरी से शुरू होकर 20 जनवरी को अयोध्या पहुंचकर समाप्त होगी और उसी दिन स्मृति चिह्न श्री राम जन्मभूमि राम मंदिर ट्रस्ट को सौंपे जाएंगे।

जनकपुरधाम से शुरू होने वाली यात्रा जलेश्वर नाथ, मलंगवा, सिमरौनगढ़, गढ़िमाई, बीरगंज से बेतिया, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर से होते हुए अयोध्या पहुंचेगी। इससे पहले नेपाल स्थित कालीगंडकी नदी के किनारे से शालिग्राम पत्थरों को एकत्रित कर भगवान श्रीराम की मूर्ति बनाने के लिए भेजा गया था। आगामी 22 जनवरी को यही मूर्ति मंदिर में स्थापित की जाएगी।

यह भी पढ़ें- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन पीएम मोदी के नाम जुड़ेगा एक और कीर्तिमान, बनेंगे सर्वाधिक बार अयोध्या आने वाले प्रधानमंत्री

यह भी पढ़ें-  राम मंदिर का प्रथम तल पूर्ण होने के करीब, तीन शिखर तैयार; प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारी में पूरा संघ परिवार जुटा

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।