Ram Mandir: अयोध्या में चंपारण की आस्था के रूप में सजा राम स्तंभ, रामलला के दर्शन को देशभर से चलेंगी सौ स्पेशल ट्रेनें
अवधपुरी में प्रभु श्रीराम के स्वागत की खूब तैयारी है। सिया सुकुमारी के देश से अयोध्या नगरी तक की राह और नगर राममय हैं। इन सबके बीच अयोध्या में बने प्रभु के दिव्य एवं भव्य मंदिर को जाने वाले रामपथ में चंपारण की आस्था राम स्तंभ रूप में खड़ी है। अयोध्या में नयाघाट से राम मंदिर को जाने वाली सड़क (रामपथ) में श्रीराम नाम के 25 स्तंभ बनवाए हैं।
जागरण संवाददाता अवधपुरी में प्रभु श्रीराम के स्वागत की खूब तैयारी है। सिया सुकुमारी के देश से अयोध्या नगरी तक की राह और नगर राममय हैं। इन सबके बीच अयोध्या में बने प्रभु के दिव्य एवं भव्य मंदिर को जाने वाले रामपथ में चंपारण की आस्था राम स्तंभ रूप में खड़ी है। पूर्वी चंपारण के उद्योगपति और ब्रावो फार्मा के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने अयोध्या में नयाघाट से राम मंदिर को जाने वाली सड़क (रामपथ) में श्रीराम नाम के 25 स्तंभ बनवाए हैं।
अयोध्या संरक्षण विकास निधि समिति की देखरेख में सितंबर, 2023 से शुरू हुआ काम पूरा कर लिया गया है। स्तंभ स्थापित करने में दो करोड़ तीन लाख रुपये खर्च किए गए हैं। हर स्तंभ छह मीटर ऊंचा और 1.5 मीटर चौड़ा है। कांसे से बने स्तंभ अग्निरोधी हैं। उन्हें विशेष तरह के रसायन से लेपित किया गया है। इसके चारों तरफ 12 एमएम के फाइबर का कोट चढ़ाया गया है।
स्तंभ में अवधपुरी की शिल्पकला
स्तंभ में अवधपुरी की शिल्पकला का नमूना हैं। उनमें प्रभु श्रीराम का नाम चहुंओर अंकित है। रामभक्त हनुमान की गदा का भी भाव स्पष्ट दिख रहा है। राकेश बताते हैं कि अयोध्या भ्रमण के दौरान देखा कि प्रभु के मंदिर के निर्माण संग सड़कों का भी विकास हो रहा है। उसी अवधि में आस्था का सुयोग बना और अयोध्या संरक्षण विकास निधि समिति को विकास कार्यों में सहयात्री बनने के लिए पत्र लिखा।समिति के अध्यक्ष भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी गौरव दयाल ने 12 सितंबर को जवाबी पत्र में उपरोक्त कार्य करने की सहमति देते हुए श्रीराम स्तंभ के निर्माण से जुड़ी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रीराम स्तंभ समर्पण व वास्तुकला का प्रतिरूप है। यह अवध की वास्तुकला के उत्कृष्ट डिजाइन से सुसज्जित है। सुझाव के अनुसार निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ चलाईं जाएंगी ट्रेंनें
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ रेलवे भी व्यापक तैयारी कर रहा है। आगामी 22 जनवरी से देशभर से सौ स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना हैं। मुरादाबाद रेल मंडल से फिलहाल पांच ट्रेनों का रूट तय माना जा रहा है। मंडल में पहली ट्रेन 22 जनवरी को देहरादून से रवाना होने की संभावना है।अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ ही पर्यटकों की संख्या कई गुणा बढ़ गई है। विभिन्न राज्यों से पर्यटक अयोध्या जा रहे हैं। यात्रियों के लगातार बढ़ती देख रेलवे देशभर के प्रमुख शहरों से अयोध्या के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू करने जा रहा है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या के कमिश्नर ने भी रेलवे बोर्ड को पत्र भेजकर ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की जरूरत बताई है।
इसके बाद रेलवे ने एक सेल बना दिया है, जो विभिन्न शहरों से ट्रेनों को अयोध्या तक चलाने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। रेलवे बोर्ड ने सभी रेल मंडल को पत्र भेजकर अयोध्या जाने वाली ट्रेनों के लिए रूट खाली करने को कहा है। अयोध्या के लिए 22 जनवरी को तीसरे पहर से स्पेशल ट्रेन का संचालन प्रस्तावित है। ताकि पर्यटक 23 जनवरी की सुबह अयोध्या पहुंच सकें। ट्रेनों को अयोध्या में कुछ घंटे रोककर वापस भी किया जाएगा।
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