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अल्ट्रासाउंड में मृत शिशु को बता द‍िया जिंदा, मुश्किल से बची मह‍िला की जान, कार्रवाई के ल‍िए डीएम से श‍िकायत

Amroha wrong ultrasound report woman life in danger अमरोहा के गजरौला औद्योगिक नगरी में संचालित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर मृत शिशु को जिंदा बताकर गर्भवती की जान खतरे में डालने के मामले में सीएमओ द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई।

By Narendra KumarEdited By: Updated: Tue, 06 Jul 2021 05:31 PM (IST)
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गर्भ में मृत शिशु को बताया था जिंदा, महिला की हालत नाजुक बनने पर कराया ऑपरेशन।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। अमरोहा के गजरौला औद्योगिक नगरी में संचालित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर मृत शिशु को जिंदा बताकर गर्भवती की जान खतरे में डालने के मामले में सीएमओ द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई। इसलिए अब पीड़ित पक्ष के लोगों ने जिलाधिकारी से शिकायत कर मामले में जांच कराकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।

बता दें कि क्षेत्र के हैबतपुर गोसाई पीपली कलां उर्फ रामपुर गांव निवासी जितेंद्र सिंह अपनी गर्भवती पत्नी सर्वेश देवी का 10 अप्रैल को गजरौला के स्टेशन मार्ग पर स्थित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराया था। वहां अल्ट्रासाउंड में शिशु की धड़कन नहीं आई। रिपोर्ट के मुताबिक शिशु की गर्भ में मौत हो चुकी थी। इसके बाद संतुष्टि के लिए जितेंद्र ने रेलवे ओवरब्रिज के निकट एक अल्ट्रसाउंड सेंटर पर पत्नी का दूसरा अल्ट्रासाउंड कराया। वहां पर रिपोर्ट के मुताबिक शिशु की धड़कन 128 बीट प्रति मिनट के हिसाब से चलने की रिपोर्ट दी गई। फिर भी संतोष न मिलने पर जितेंद्र ने तीसरा अल्ट्रासाउंड मुरादाबाद में कराया। वहां भी रिपोर्ट के मुताबिक शिशु की धड़कन नहीं थी। जबकि रेलवे ओवरब्रिज के पास स्थित अल्ट्रासाउंड पर शिशु जिंदा बताया गया। इसके बाद वापस आए स्वजन ने गलत रिपोर्ट बनाने की बात कही।

आरोप है कि अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालक ने अपने साथियों के साथ मिलकर अभद्रता व धक्का-मुक्की की थी। उधर, जितेंद्र ने अपनी पत्नी का मेरठ में आपरेशन करवाकर बमुश्किल जान बचाई। पीड़ित द्वारा इसकी शिकायत सीएमओ से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए सोमवार को जिलाधिकारी से शिकायत की गई। सीएमओ डॉ. सौभाग्य प्रकाश ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई करवाई जाएगी।

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