Indian Railways : लंबी दूरी के यात्रियों को राहत दे रहीं पैसेंजर ट्रेनें, देना पड़ रहा कम किराया, समय भी लग रहा कम
पैसेंजर ट्रेनें भले ही कम दूरी वाले यात्रियों के लिए महंगी साबित हो रहींं हैंं लेकिन लंबी दूरी के यात्रियों के लिए बिना रिजर्वेशन चलने के साथ काफी किफायती भी साबित हो रहींं हैंं। यही वजह है कि लंबी दूरी के यात्री बस के बजाय पैसेंजर से चलने लगे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। पैसेंजर ट्रेनें भले ही कम दूरी वाले यात्रियों के लिए महंगी साबित हो रहींं हैंं लेकिन लंबी दूरी के यात्रियों के लिए बिना रिजर्वेशन चलने के साथ काफी किफायती भी साबित हो रहींं हैंं। यही वजह है कि लंबी दूरी के यात्री बस के बजाय पैसेंजर ट्रेन से चलने लगे हैं।
सोमवार से मुरादाबाद रेल मंडल में तीन पैसेंजर ट्रेनें चलनी शुरू हो गईं हैं। इसका किराया एक्सप्रेस वाला कर दिया गया है। 50 किलोमीटर तक सफर करने का किराया दस रुपये से बढ़ाकर तीस रुपये कर दिया गया है। 50 से सौ किलोमीटर तक का किराया 25 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है। यह किराया कम दूरी के रेल यात्रियों के लिए महंगा साबित हो रहा है। सौ किलो मीटर से अधिक दूरी तक का सफर करने वालों के लिए रेलवे ने एक तरह का आफर दिया है। वर्तमान में पैसेंजर ट्रेन को छोड़कर अन्य सभी ट्रेनों में कंफर्म टिकट मिलने पर ही ट्रेन में सफर कर सकते हैं। कंफर्म टिकट नहीं मिलने से यात्री बसों से सफर करते हैं। पैसेंजर के लिए काउंटर से टिकट लेकर ट्रेन में सफर करने की अनुमति दे दी गई है। सौ किलोमीटर से अधिक दूरी वालों को कम समय और कम किराया में सफर करने की सुविधा मिल रही है। उदाहरण के लिए मुरादाबाद से सहारनपुर तक का किराया बस से 273 रुपये है, बस का सफर छह घंटे का है। पैसेंजर ट्रेन में मुरादाबाद से सहारनपुर तक का किराया 75 रुपये है और चार घंटे का समय लगता है। किराया में 198 रुपये और दो घंटे की बचत हो रही है। इसी तरह से बस में मुरादाबाद से दिल्ली तक बैठकर यात्रा करने पर 220 रुपये किराया देना पड़ता है, जबकि पैसेंजर ट्रेन के स्लीपर क्लास में 180 रुपये किराया देना पड़ रहा है। बस व ट्रेन में चार घंटे का समय लगता है।