UP Rajya Sabha Election 2022 : प्रो. रामगोपाल यादव के बेहद करीबी सम्भल निवासी जावेद अली, दूसरी बार पहुंचे राज्यसभा
दूसरी बार जावेद अली को राज्यसभा भेजकर समाजवादी पार्टी ने मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने का प्रयास किया है। 2004 में जब प्रोफेसर राम गोपाल यादव सम्भल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था तब जावेद ने ही पूरा प्रबंधन संभाला था।
By Vivek BajpaiEdited By: Updated: Fri, 03 Jun 2022 07:20 PM (IST)
सम्भल, जेएनएन। सम्भल निवासी समाजवादी पार्टी के नेता जावेद अली एक बार फिर राज्यसभा सदस्य बन गए हैं। उत्तर प्रदेश से सभी 11 सदस्यों को राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिया गया, जिनमें जावेद अली भी शामिल हैं। जावेद अली इससे पहले भी राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। जावेद अली को सपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य प्रोफेसर रामगोपाल यादव का बेहद करीबी माना जाता है।
दूसरी बार जावेद अली को राज्यसभा भेजकर समाजवादी पार्टी ने मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने का प्रयास किया है। जावेद अली खान को प्रोफेसर राम गोपाल का करीबी होने का भी फायदा मिला। 2004 में जब प्रोफेसर राम गोपाल यादव सम्भल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था तब जावेद ने ही पूरा प्रबंधन संभाला था।
सियासी रूप से सम्भल समाजवादी पार्टी का गढ़ है। जिले में मुस्लिम आबादी अधिक होने के चलते तीन विधानसभा और लोकसभा सीट पर सपा का कब्जा है। अब सपा ने जिले के ही एक व्यक्ति को राज्यसभा भी भेज दिया है। वैसे जिले में समाजवादी पार्टी दो गुटों में बंटी रहती है। एक में सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क तो दूसरे में सम्भल से विधायक नवाब इकबाल महमूद। हालांकि, दोनों ही गुट पार्टी में काफी मजबूत स्थिति में हैं। जावेद अली को इकबाल महमूद से अधिक लगाव है।
मूल रूप से बहजोई के रहने वाले हैं जावेद अली: दूसरी बार राज्यसभा सदस्य बने जावेद अली मूल रूप से सम्भल जिले के मुख्यालय बहजोई के रहने वाले हैं। समाजवादी पार्टी में उनकी अच्छी पकड़ है। वह अधिकतर दिल्ली में रहते हैं, इसके चलते उनके प्रोफेसर राम गोपाल यादव से गहरे संबंध हैं। मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री काल में 2004 में सम्भल से प्रो. रामगोपाल यादव ने लोकसभा चुनाव लड़ा था तब जावेद अली ने खूब मेहनत की थी। इसलिए पार्टी ने एक बार फिर उन्हें राज्यसभा भेजा है। जावेद अली इससे पहले 2014 से 2020 तक राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं।
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