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पीएम मोदी के जन्मदिन पर मेयर का नाटक, फोटो खिंचवा कर शेयर की पोस्ट… एक वीडियो ने खोल दी पोल

मुरादाबाद के महापौर विनोद अग्रवाल पर आरोप लगा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर में सिर्फ फोटो खिंचवाया लेकिन रक्तदान नहीं किया। महापौर ने सफाई दी है कि डॉक्टर ने उनकी बीमारी के कारण रक्तदान करने से मना किया था। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है और महापौर की चौतरफा किरकिरी हो रही है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 20 Sep 2024 08:51 PM (IST)
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किरकिरी होने पर महापौर ने बीमारी का हवाला देकर मामले में सफाई पेश की।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। बिना रक्तदान के ही सोशल मीडिया पर फोटो साझा करना महापौर के लिए मुसीबत बन गया। उनके फोटो के साथ एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जो चर्चा का विषय बन गया है। 

वीडियो में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर भाजपा कार्यालय में रक्तदान में महापौर ने सिर्फ अभिनय ही किया। रक्तदान किए बिना फोटो खिंचाया। मेडिकल स्टाफ के ब्लड लेने के लिए निडिल लगाते ही बोले खून नहीं देना है, केवल फोटो खिंचवाना है। 

किरकिरी होने पर महापौर ने बीमारी का हवाला देकर मामले में सफाई पेश की। डॉक्टर के मना करने पर ब्लड ना देने की बात कही।

बता दें कि भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। 17 सितंबर को भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से भाजपा कार्यालय पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था। 

इसमें प्रभारी मंत्री के साथ ही पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। महापौर विनोद अग्रवाल भी पहुंचे थे। महापौर विनोद अग्रवाल भी कार्यालय के सभागार में हाल में लगाए गए बेड पर रक्तदान करने की अवस्था में लेट गए, लेकिन जैसे ही मेडिकल स्टाफ रक्त लेने के लिए निडिल लगाने लगा तो महापौर उनसे मना करते हुए बोले रक्त थोड़े ही देना है, केवल फोटो खिंचवाना है। 

रात को करीब सवा दस बजे रक्तदान का फोटो अपने फेसबुक पर पोस्ट कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम का कार्यकर्ता फोटो लेने के साथ वीडियो भी बना रहे थे, जिसमें महापौर का मंचन कैद हो गया। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद महापौर की चौतरफा किरकिरी हो रही है।

महापौर की सफाई

महापौर विनोद अग्रवाल ने बताया कि मुझे हार्ट और डायबिटीज की शिकायत है। दो साल पहले स्टंट भी पड़ा था। रक्तदान करने लगे तो डॉक्टर ने पूछा कि कोई बीमारी तो नहीं है। तब मैंने अपनी बीमारी के बारे में बताया। 

इस पर डॉक्टर ने खुद ही रक्त लेने से मना कर दिया। यहां तक कहा कि आपका एक यूनिट खून लेंगे तो दो चढ़ानी पड़ेगी। बिना रक्तदान के फेसबुक पर फोटो डाले जाने के सवाल पर कर्मचारी की गलती बताई।

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