Moradabad: मामूली विवाद को लेकर फेंक दिया बम; युवक के हाथ के चिथड़े उड़े; चंद कदम की दूरी पर SSP का बंगला
Moradabad Police पिता पप्पू प्रजापति ने बताया कि पीयूष काशीपुर में चश्मे की दुकान पर काम करता है। घटना के समय वो ट्रेन से उतरने के बाद बाइक से अपने घर आ रहा था। सुमित उर्फ पीयूष के बड़े भाई अभिषेक ने बताया कि वह सहारनपुर में नौकरी करता है। पता लगा कि उनके भाई पर बम से हमला हुआ है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद: पीलीकोठी के पास माडल शाप के सामने युवकों में मामूली विवाद को लेकर मारपीट हो गयी। इस दौरान सरेराह बमबारी और फायरिंग भी हुई। इस दौरान दोनों पक्षों के दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। एक युवक के हाथ के चिथड़े उड़ गए हैं। दूसरे को भी गंभीर चोटें लगी हैं।
पुलिस परिवार से जुड़ा बताया जा रहा मामला
एसएसपी के बंगले से चंद कदम दूरी पर हुई इस घटना की पुलिस को भनक तक नहीं लग सकी। मामला पुलिस परिवार से जुड़ा है। पुलिस मामले की छानबीन में लगी है। किसी की तरफ से प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है।सिविल लाइंस क्षेत्र के बंगला गांव निवासी विष्णु ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को रात करीब साढ़े ग्यारह बजे वह अपने भाई बाबी के जन्मदिन की पार्टी करके घर लौट रहा था। उनके साथ तीन दोस्त भी थे।
इस दौरान पीलीकोठी के पास माडल शाप के सामने सिविल लाइंस क्षेत्र में रहने वाले सनी गुर्जर और उनके तीन दोस्तों ने उनका विवाद हो गया था। इस दौरान मारपीट हो गयी। आरोप है कि युवकों के पास देसी बम भी थे। उन्होंने बम फेंके और तमंचों से फायरिंग शुरू कर दी। बम से हमले में विष्णु और उसके साथ आ रहा सुमित उर्फ पीयूष प्रजापति गंभीर रूप से घायल हो गए।
विष्णु का कहना है कि उन पर काफी देर तक फायरिंग की गयी। हमला करने वाले पुलिस कर्मियों के बेटे हैं। इनमें एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर का बेटा भी है। युवकों के बीच बमबारी और फायरिंग में दोनों पक्षों के दो युवकों को गंभीर चोटें लगी हैं। पीयूष के हाथ के चिथड़े उड़ गए हैं। उसे एम्स के लिए रेफर कर दिया है।
पिता पप्पू प्रजापति ने बताया कि पीयूष काशीपुर में चश्मे की दुकान पर काम करता है। घटना के समय वो ट्रेन से उतरने के बाद बाइक से अपने घर आ रहा था। सुमित उर्फ पीयूष के बड़े भाई अभिषेक ने बताया कि वह सहारनपुर में नौकरी करता है। पता लगा कि उनके भाई पर बम से हमला हुआ है। प्रभारी निरीक्षक,थाना सिविल लाइंस रामप्रसाद शर्मा ने बताया कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। प्राथमिकी दर्ज करके आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पुरानी दुश्मनी के बारे में पता लगाने में जुटी पुलिस
एसएसपी के बंगले के पास गोली चलती रही लेकिन, पुलिस को खबर नहीं लगी। यह भी हैरानी की बात है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद घायल जिला अस्पताल पहुंच गए। पुलिस को उस समय तक भी कुछ नहीं पता था। इसलिए आला अधिकारियों को भी इस घटना की जानकारी समय से नहीं दी सकी। शनिवार की सुबह घटना के बारे में जानकारी होने पर पुलिस हरकत में आई।
इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन करनी शुरू की। अभी तक सिविल लाइंस थाने में भीड़ जमा है। पुलिस पूरे मामले को समझने का प्रयास कर रही है। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि कहीं पहले से तो इन दोनों पक्षों में विवाद नहीं है। अचानक हमला और बम निकल आए। असलहे भी हमलावरों के पास थे। यह बात भी किसी को हजम नहीं हो रही है।