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    UP News: पांच हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ क्‍लर्क, एंटी करप्‍शन टीम की कार्रवाई से मचा हड़कंप

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 03:27 PM (IST)

    मुरादाबाद में बेसिक शिक्षा विभाग के लेखाधिकारी कार्यालय में एंटी करप्शन ब्यूरो ने क्लर्क देवीदीन को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। भायपुर के शिक्षक स्वराज सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि क्लर्क ने चयन वेतनमान लगाने के नाम पर रिश्वत मांगी थी। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया।

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    रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ने पर लिपिक देवीदीन को ले जाते एंटी करप्शन की टीम।

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। बेसिक शिक्षा विभाग के लेखाधिकारी कार्यालय में तैनात बाबू देवीदीन को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम में 5000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। टीम ने यह कार्रवाई भायपुर के शिक्षक स्वराज सिंह की शिकायत पर की है। बाबू चयन वेतनमान लगाने के नाम पर पांच हजार रुपये मांग कर रहा था। शिक्षक ने एंटी करप्शन ब्यूरो के कार्यालय में शिकायत की थी। आरोपित दांग स्कूल स्थित लेखा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत है और दीन दयाल नगर द्वितीय निकट साईं मंदिर के पास का निवासी है। नागफनी थाने में आरोपित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

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    ठाकुरद्वारा क्षेत्र के गांव सहसपुरी निवासी स्वराज सिंह गांव भायपुर में आदर्श जनता विद्यालय में सहायक अध्यापक हैं। शिक्षा विभाग में दस साल की नौकरी पूरी होने के बाद चयन वेतन मान लगता है। इस वेतन मान लगने के बाद शिक्षकों के वेतन में 2600 रुपये की बढ़ोत्तरी हो जाती है। इस वर्ष जुलाई में स्वराज सिंह की नौकरी के दस साल पूरे हो गए थे। ऐसे में उन्होंने चयन वेतनमान लगाने के लिए बीएसए कार्यालय में आवेदन किया। बीएसए ने आवेदन स्वीकार कर फाइल लेखाधिकारी कार्यालय में तैनात बाबू देवीदीन के पास भेज दी।

    स्वराज सिंह के अलावा इनके ही विद्यालय में तैनात आदित्य कुमार समेत चार शिक्षकों ने वेतनमान के लिए आवेदन किया था। बाबू ने दो शिक्षकों का वेतनमान लगा दिया, लेकिन स्वराज और आदित्य कुमार की फाइल रोक दी। दोनों शिक्षकों ने बाबू से बात की तो 15 हजार रुपये की मांग करने लगा। कई बार चक्कर लगाने के बाद दोनों शिक्षकों की दस हजार रुपये में बात तय हो गई।

    इसके बाद स्वराज सिंह एंटी करप्शन ब्यूरो के कार्यालय पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी दी। निरीक्षक शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गई। सोमवार दोपहर टीम बाबू के कार्यालय के आसपास में तैनात हो गई। योजना के अनुसार जैसे ही शिक्षक स्वराज सिंह ने बाबू देवीदीन को पांच हजार रुपये दिए तो एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम आरोपित बाबू को नागफनी थाने ले गई और उसके खिलाफ प्राथमिकी लिखाई। निरीक्षक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि बाबू को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। मंगलवार को उसे बरेली कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा।

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