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कान में कोई परेशानी है तो Moradabad District Hospital न जाएं, वहां नहीं मिल रहा इलाज

Moradabad District Hospital मुरादाबाद जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। ओपीडी में कान नाक और गले के मरीजों को उपचार नहीं मिलने से परेशानी हो रही है।ईएनटी सर्जन के सेवानिवृत होने के बाद से लगातार मरीजों को परेशानी हो रही है।

By Samanvay PandeyEdited By: Updated: Wed, 17 Aug 2022 04:37 PM (IST)
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Moradabad District Hospital : चिकित्सक की व्यवस्था नहीं होने से वापस हो रहे मरीज
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Moradabad District Hospital : मुरादाबाद जिला अस्पताल की ओपीडी (OPD) में मरीजों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। ओपीडी में कान (Ear), नाक (Nose) और गले के मरीजों को उपचार नहीं मिलने से परेशानी हो रही है।

ईएनटी (ENT) सर्जन के सेवानिवृत होने के बाद से लगातार मरीजों को परेशानी हो रही है। लेकिन, प्रबंधन इस परेशानी को दूर करने के लिए तैयार नहीं है। हालात यह हैं कि प्रतिदिन पांच से 10 मरीज भटक रहे हैं। इसके बाद भी कोई समझने को तैयार नहीं है।

जिला अस्पताल में चिकित्सकों की कमी का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। ओपीडी में ईएनटी सर्जन के सेवानिवृत होने के बाद से बहरे मरीजों को उपचार नहीं मिल रहा है। प्रतिदिन जिला अस्पताल की ओपीडी में पांच से 10 मरीज पहुंच रहे हैं। नाक, कान और गले की परेशानी लेकर 50 से 60 मरीज पहुंचते थे।

कम सुनाई देने वाली समस्या के मरीजों में अधिकतर की उम्र 50-65 साल की उम्र की है। यह सभी घनी आबादी से आते हैं। कान में दर्द या फिर कम सुनाई की समस्या को लेकर पहुंचते हैं। प्रबंधन का दावा है कि जल्द ही व्यवस्था हो जाएगी। लेकिन, स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। कान, नाक और गला के मरीजों की समस्या के निदान का कोई विकल्प तैयार नहीं किया गया।

यह मरीज हुए परेशान

करूला मियां कालोनी के रहने वाले 46 वर्षीय काशिफ के कान में रविवार से दर्द है। कान में उन्होंने गुनगुना करके तेल भी डाला लेकिन, कुछ देर के आराम के बाद स्थिति फिर वही हो गई। मंगलवार को ओपीडी खुली तो वह जिला अस्पताल पहुंचे। यहां कान, नाक और गला के मरीजों वाला कक्ष बंद था।

कर्मचारियों से पूछने पर पता चला कि डाक्टर साहब नहीं हैं। आप प्राइवेट डाक्टर से उपचार करवा लो। वहीं लाइनपार की 37 वर्षीय सविता शर्मा के गले में दर्द था। वह उन्हें भी कर्मचारियों ने वापस कर दिया। सुबह साढ़े नौ बजे से 11 बजे तक छह मरीजों को वापस किया गया।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

मुरादाबाद जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि ईएनटी सर्जन को संविदा पर रखने के लिए लखनऊ में इंटरव्यू हो चुके हैं। 10 दिन में उनकी दोबारा नियुक्ति होने से इस परेशानी से भी निजात मिल जाएगी। जिससे कान, नाक और गले के मरीजों का उपचार शुरू हो जाएगा। मरीजों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

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