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Moradabad News : गर्भपात कराने से मना करने पर सास-पति ने पीटकर घर से निकाला- पुलिस ने सिखाया इस तरह सबक

पिता ने खाना खिलाने के बाद घरेलू सामान के अलावा पचास हजार रुपये नकद देकर बेटी को विदा कर दिया था। शादी कुछ दिन बाद पति फहीम और सास शायराबानों ने मारना पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान फ़िरदौस ने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद महिला तीन महीने की फिर से गर्भवती हो गई। सास ने गर्भपात कराने की जिद की तो उसने विरोध कर दिया।

By Makshood Makshood Edited By: Mohammed Ammar Updated: Fri, 18 Oct 2024 09:41 PM (IST)
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पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
संसू, अगवानपुर (मुरादाबाद) गर्भपात कराने से मना करने पर सास और पति ने विवाहिता की पिटाई करके घर से निकाल दिया। मामले में आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। अगवानपुर नगर के मुहल्ला बाइपास निवासी जहीर आलम ने अपनी बेटी फिरदौस की शादी मुहल्ले के युवक फहीम से 2020 में लाकडाउन के समय की थी। लाकडाउन के चलते बराती अधिक नहीं बुलाए गए थे। शादी में केवल तीस लोग ही शामिल हुए थे।

पचास हजार नकद देकर किया था विवाह

पिता ने खाना खिलाने के बाद घरेलू सामान के अलावा पचास हजार रुपये नकद देकर बेटी को विदा कर दिया था। शादी कुछ दिन बाद पति फहीम और सास शायराबानों ने मारना पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान फ़िरदौस ने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद महिला तीन महीने की फिर से गर्भवती हो गई। सास ने गर्भपात कराने की जिद की तो उसने विरोध कर दिया।

मारपीट का लगाया आरोप

शिकायत करने पर पति भी मां के साथ भी खड़ा हो गया। आरोप है कि दाेनों ने विवाहिता की पिटाई कर दी। पता लगने पर फिरदौस के पिता ने बेटी की सुसराल पहुंचकर पूछा तो गाली-गलौज करने लगे। मामले में पीड़िता के पिता की तरफ से सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज हो गई है। प्रभारी निरीक्षक मनीष सक्सेना ने बताया कि पिता की तहरीर पर विवाहिता की सास और पति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके विवेचना की जा रही है।

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बरेली : त्योहारी सीजन पर सोने का बाजार और सोणा हो गया है। इस बार बाजार में नयापन है। अधिकतर खरीदार जेब और सेफ के लिए नहीं, बल्कि अपने खाते को मजबूत करने के लिए सोना खरीद रहे हैं। खासकर युवाओं का रुझान गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), सावरेन गोल्ड बांड (एसजीबी) और डिजिटल सोने की ओर है।

आभूषण निर्माण शुल्क, डिजाइन पुनर्विक्रय मूल्य इन खरीदारों को नहीं चुकाना पड़ रहा। जिले में प्रतिवर्ष ज्योत पर्व के दौरान करीब दो सौ करोड़ रुपये से अधिक का सोने का कारोबार होता है। लोग धनतेरस के साथ ही सहालग के लिए भी सोना खरीदते है।

पिछले वर्षों से सोना निवेश के लिए भी खूब खरीदा जा रहा है। इस वर्ष भी निवेश को लेकर सोने की मांग तेज है। खासकर युवा वर्ग सोने के आभूषण, छड़, सिक्के खरीदने की बजाए गोल्ड ईटीएफ, सावरेन गोल्ड बांड के साथ ही डिजिटल सोना खरीदना रहा है। यह उन्हें अधिक लचीलेपन के साथ ही निवेश लक्ष्यों की पूर्ति करने वाला साबित हो रहा है। 

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