UP News: चैट-वीडियो कॉल और धोखा...लड़कियाें का जाल बिछाकर फंसाने वाले गैंग का भंडाफोड़, इस खतरनाक 'खेल' को कहते हैं Sextortion
Sextortion Gang आरोपित मजदूरों को एक से पांच हजार रुपये तक महीने का लालच देकर खाते खुलवा देते थे। इसके बाद उनके खाते में ही ठगी की रकम स्थानांतरित करवाते थे। पुलिस की जांच में आरोपितों के लगभग 20 ऐसे खातों की जानकारी मिली है जिनमें आरोपित ठगी की रकम स्थानांतरित करवाते थे। बिलारी का पकड़ा गया आरोपित भी मजदूरी करने के लिए राजस्थान के अलवर में गया था।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। लड़कियों के नाम से फेसबुक आइडी बनाकर दोस्ती करने के बाद ठगी करने के पांच आरोपितों को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित पहले लड़कियों के नाम से दोस्ती करते थे, इसके बाद अश्लील वीडियो दिखाते थे। इसी दौरान आरोपित अश्लील फिल्म देखते हुए वीडियो बनाने के बाद ठगी करते थे।
पुलिस ने ठगी करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पकड़े गए तीन आरोपित राजस्थान, एक मथुरा जबकि पांचवां आरोपित बिलारी का रहने वाला है। एसएसपी हेमराज मीना ने रविवार को पुलिस लाइंस सभागार में जानकारी देते हुए कुछ माह पहले शहर के कारोबारी ने साइबर थाने में तहरीर देकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पीड़ित कारोबारी ने बताया कि उसे रिया शर्मा के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई थी। इसके बाद आरोपित ने मोबाइल नंबर लेकर वीडियो काल की।
लड़की का अश्लील वीडियाे दिखाया
काल करने वाले लड़की का अश्लील वीडियो दिखाया। इसी दौरान उसने दूसरे फोन से एक और वीडियो बना लिया। इसके बाद आरोपितों ने अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर नौ लाख 50 हजार रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। पुलिस ने पीड़ित कारोबारी की तहरीर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी।ये भी पढ़ेंः UP Police Recruitment: युवाओं के लिए खुशखबरी; बंपर भर्ती शुरू, एसआइ-एएसआइ और कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए करें आवेदन
साइबर थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने जांच के बाद लुकमान, अशफाक निवासी बेला बांस थाना सिकरी जनपद भरतपुर राजस्थान, अफरीद खान निवासी चौंपाकी जनपद अलवर राजस्थान, नासिर निवासी नगला सिरौली थाना कोसी जनपद मथुरा के मुहम्मद यूसुफ निवासी स्योंडारा थाना बिलारी मुरादाबाद को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधिकारी बताकर दोबारा से वसूलते थे रकम
आरोपित दो तरीकों से पीड़ित से ब्लैकमेल करते थे। वीडियो प्रसारित करने की धमकी का तरीका फेल हो जाता था, तो आरोपित खुद को पुलिस अधिकारी बताकर ठगी करते थे। आरोपित अक्सर क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर विक्रम राठौर या रमा पांडे बताकर काल करते थे। इसके बाद पीड़ितों को अश्लील वीडियो की शिकायत मिलने के नाम पर डराकर रुपये वसूलते थे। इसके साथ ही आरोपित तीसरी बार में खुद को यूट्यूब का अधिकारी संजय सिंह और राहुल शर्मा के नाम से भी काल करते थे। इस दौरान आरोपित पीड़ित को काल करके यूट्यूब से वीडियो डिलीट करने के नाम पर भी रकम वसूलते थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।छह माह की जांच के बाद पकड़े गए आरोपित
साइबर थाना पुलिस बीते छह माह से इस मामले की जांच कर रही थी। बीते वर्ष जुलाई में कारोबारी से ठगी हुई थी। इसमें कारोबारी ने सितंबर में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद से पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई थी। एसपी अपराध सुभाष चंद गंगवार ने बताया कि छह माह की लंबी जांच के बाद आरोपितों की शिनाख्त करने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी संभव हो पाई है। इस गैंग में लगभग 40 और सदस्य होने की आशंका है। उनकी भी शिनाख्त करने के साथ तलाश की जा रही है।इंटरनेट के उपयोग में बरतें सावधानी
इंटरनेट के उपयोग में मामूली असावधानी आपको बड़े संकट में डाल सकती है। साइबर अपराध के दौर में बड़ा शिकार बन सकते हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा के साथ-साथ अपनी गाढ़ी कमाई गवां सकते हैं। दरअसल वेबकैम, मोबाइल या वीडियो काल के माध्यम से किसी की अश्लील गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकार्ड करके उसके जरिये ब्लैकमेल करने को ही सेक्सटार्शन कहते हैं। यह साइबर ठगों का ऐसा जाल है, जिसमें लोग लगातार फंस रहे हैं। आम ही नहीं बल्कि तमाम हाईप्रोफाइल लोग भी शिकार बन चुके हैं।इस खतरनाक "खेल" को कहते Sextortion, सावधान रहें
लगातार हो रही घटनाएं एक दशक पहले Sextortion के चंद मामले होते थे मगर हाल में इस तरह की ठगी की बाढ़ आ गई है। अब हर हाथ मोबाइल व इंटरनेट है तो साइबर ठग बड़े पैमाने पर लोगों को इसका शिकार बना रहे हैं। क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के मुताबिक, कुछ सालों में ये घटनाएं दोगुनी हुई हैं। हमारा मंडल और जिला प्रदेश में टाप-10 में है तो भारत दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल है। ये भी पढ़ेंः Uttarakhand Weather Update: आज करवट ले सकता है मौसम, देहरादून में बारिश के आसार गैंग बनाकर करते काम Sextortion का खेल पूरा गैंग बनाकर खेला जाता है। ठगों के इस गैंग में हर तरह के चेहरे शामिल रहते हैं। कुछ गैंग में हैकर्स भी होते हैं। ठगों का प्रयास रहता है कि वे बड़े घर के बच्चों और सम्मानित हस्ती को शिकार बनाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि वे घबराकर इन अपराधियों के जाल में फंसते चले जाते हैं।इस तरह करें बचाव
- सुरक्षित वेबसाइट ही खोलें, पोर्न साइट पर न जाएं l
- यूआरएल से पहले ताला बनी साइट पर ही जाएं l
- लाल रंग से ताले के निशान कटे होने वाली वेबसाइट न खोलें l
- फ्रेंड रिक्वेस्ट आसानी से स्वीकार न करें, जांच करें l
- ब्लैकमेलिंग के प्रयास पर डरें नहीं, पुलिस से शिकायत करें l
- अनजान व्यक्ति से रिश्ते बनाते समय सावधानी बरतें