मुरादाबाद में लगातार हो रही बारिश के कारण स्थानीय लोगों को भारी आपदा का सामना करना पड़ रहा है। शहरी इलाकों में जलभराव के कारण सड़कें और गलियां नाले में तब्दील हो गई हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में बारिश के कारण खेतों में जलभराव हो गया है जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। फसलों के नुकसान से किसानों के घरों में मातम जैसा माहौल बना हुआ है।
By Mohsin PashaEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 10 Sep 2023 06:33 PM (IST)
मुरादाबाद, जागरण टीम: यूपी के मुरादाबाद में लगातार हो रही बारिश के कारण स्थानीय लोगों को भारी आपदा का सामना करना पड़ रहा है। शहरी इलाकों में जलभराव के कारण सड़कें और गलियां नाले में तब्दील हो गई हैं। वहीं, ग्रामीण इलाकों में बारिश के कारण खेतों में जलभराव हो गया है, जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। फसलों के नुकसान से किसानों के घरों में मातम जैसा माहौल बना हुआ है।
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से किसानों की उड़द मूंग और धान की फसल को बड़ा नुकसान पहुंचा है। वर्षा के तेज हवा चलने से गन्ने की फसल पानी भर जाने से गिर गई है। इससे किसानों के घरों में मातम का माहौल है। शुक्रवार को रुक रुक कर वर्षा होती रही। शनिवार को रात से ही मूसलाधार वर्षा शुरू हो गई। दिन निकलने पर सड़कों और खेतों में पानी ही पानी नजर आने लगा।
धान की बिना वाली फसल को फायदा
मूसलाधार वर्षा से धान की उसे फसल को सबसे अधिक नुकसान हो रहा है जो पकने के कगार पर थी, जो धान की फसल में बाली अभी तक नहीं आई है उसके लिए यह बरसात अच्छी है। गन्ने की फसल को तेज हवा चलने से अधिक नुकसान होगा।
बाढ़ क्षेत्र के किसानों को अधिक नुकसान
रामगंगा नदी किनारे के गांव में बाढ़ आने की संभावना बनी रहती है। पिछले दिनों रामगंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने के लगातार गाने और धान की फसल में एक महीने तक पानी भरा रहा। इससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा था। खादर क्षेत्र के कई गांवों को भी रामगंगा के पानी ने घेर लिया था।
विशेषज्ञों की राय
अधिक बारिश होने से दलहन की फसलों में अधिक नुकसान होगा। यह समय सब्जी में पालक और मैथी आदि बोने का है। टमाटर की खेती भी इस समय होती है। ऐसे में सब्जी की खेती करने वाले किसानों को भी नुकसान होगा। फसल बर्बाद होने से सब्जियां महंगी हो सकती हैं। तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है। इससे उत्पादन कम होने की संभावना बनी रहती है, इसलिए किसानों को चाहिए कि अपने खेतों से पानी की निकासी की व्यवस्था रखें।
-कृषि वैज्ञानिक डॉ. मोहन सिंह।
शहर जलमग्न, उफान पर नाले
वहीं, लगातार बारिश से शहर जलमग्न हो गया है। नाले उफान मार गए। सड़कों में कई फीट पानी भर गया है। जलभराव से गड्ढे नहीं दिख रहे हैं। जलभराव के बीच से गुजरते वाहन गड्ढों में फंसे। पेड़ गिर गए। घरों और दुकानों में पानी भर गया है।
रामगंगा बिहार के ए ब्लॉक में कई घरों में पानी घुसा। रामगंगा बिहार का काम्प्लेक्स परिसर में भी पानी घुस गया। दुकानदारों ने अपना सामान समेट कर ऊंचाई पर रखना शुरू किया है। कई जगह पेड़ गिरने से सड़क भी अवरुद्ध हुई हैं।
दो से तीन फीट तक भरा पानी
बैंक कॉलोनी, खुशहालपुर, बुध बाजार, गुलजारीमल धर्मशाला रोड, चोमुखा पुल, जेल रोड, दीनदयाल नगर, अवंतिका कॉलोनी, आशियाना, बुद्धि विहार, पीतल बस्ती, इंदिरा कॉलोनी, कटघर, इंदिरा चौक, नवाबपुरा बंगला गांव समेत शहर भर के क्षेत्र में दो से तीन फीट पानी भर गया है।
यह भी पढ़ें:- Moradabad News: बेटी पैदा होने पर पत्नी को पीटकर घर से निकाला, विरोध किया तो शौहर ने बोला तीन तलाक रामगंगा विहार में सीवर लाइन खुदाई से दुश्वारियां और बड़ी हैं। लोग जल भराव के बीच जान जोखिम में डालकर निकल रहे हैं। नगर निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खुली। नाले संकरे पड़ गए हैं।
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