दुष्कर्मी शाहनवाज के मदरसे में 100 से अधिक छात्राएं, घटना के बाद भेजा गया घर, हाेगी फंडिंग की जांच
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में नर्स से दुष्कर्म के मामले के आरोपी शाहनवाज को लेकर नित नए खुलासे हो रहे हैं। प्रशासन ने जांच में पाया कि शाहनवाज के पिता तीन मदरसों को संचालन करते हैं। उनके बीमार होने के बाद शाहनवाज मदरसे का भी संचालन कर रहा था। घटना के बाद मदरसे के छात्रावास में रहने वाली 100 से अधिक छात्राओं को घर भेज दिया गया है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। नर्स से दुष्कर्म के आरोपी शाहनवाज के पिता कारी सगीर के तीन मदरसे भी हैं। दो मदरसे पैतृक गांव राजपुर केसरिया में और तीसरा पास के ही जटपुरा गांव में है। यहां एक छात्रावास भी है। इसमें सौ से अधिक छात्राएं रहती हैं। शाहनवाज की गिरफ्तारी के बाद छात्रावास को खाली करा दिया गया है।
मदरसों की मान्यता है। उनका रिकार्ड खंगाला जा रहा है। ठाकुरद्वारा के एबीएम हॉस्पिटल में 17 अगस्त की रात नर्स से दुष्कर्म किया गया था। पुलिस ने अस्पताल संचालक शाहनवाज, सहयोगी नर्स मेहनाज व वार्ड ब्वाय जुनैद को गिरफ्तार किया था।
दुष्कर्म की घटना के घर भेजी गई छात्राएं
हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। शाहनवाज की डिग्री भी सवालों के घेरे में है। शाहनवाज के पिता फरवरी में सड़क हादसे में घायल हो गए थे। दुष्कर्म के समय उनका उपचार भी उसी अस्पताल में चल रहा था। उनके पैतृक गांव में मदरसा अरबिया सकलैनिया जामेउल बनात और अरबिया सकलैनिया जामेउल उलूम मदरसे हैं।
दोनों मदरसों में दो सौ से अधिक छात्राएं और छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं। मुरादाबाद के अलावा आसपास के जिलों के बच्चे भी यहां पढ़ते हैं। तीसरा मदरसा अरबिया सकलैनिया जामेउल बनात, ग्राम जटपुरा में है।
पिता के बीमार होने के बाद मदरसों का संचालन भी शाहनवाज कर रहा है। 18 अगस्त को दुष्कर्म की जानकारी मिलने के बाद छात्रावास से छात्राओं को घर भेज दिया गया है।
पिता ने लड़ा था प्रधान पद का चुनाव
एसडीएम मनी अरोड़ा ने बताया कि तीनों मदरसों की जानकारी मिली है। आरोपी का पिता धन का प्रबंध कहां से करता था, इनके संचालन में और कौन-कौन शामिल हैं? छात्रवृत्ति वितरण के बिंदु की भी खंड शिक्षा अधिकारी से जांच कराई जाएगी। शाहनवाज के पिता ने 2010 व 2015 में गांव प्रधान पद का चुनाव लड़ा था।
एसएसपी सतपाल अंतिल का कहना है कि एलआईयू से मदरसों के बारे में जांच कराई जाएगी। मदरसे संचालन के लिए विदेश से चंदा तो नहीं आ रहा है। यदि कुछ गड़बड़ मिलता है तो कार्रवाई करेंगे।
दोनों चिकित्सकों को नोटिस
एबीएम हॉस्पिटल के पैनल में शामिल चिकित्सक डाॅ. हिमांशु चौधरी और डॉ. सरताज आलम को सीएमओ ने नोटिस जारी किए हैं। हॉस्पिटल के पंजीकरण में शाहनवाज संचालक है, जबकि हिमांशु चौधरी की एमबीबीएस डिग्री लगी है। डॉ. सरताज का नाम आन कॉल सर्जन के रूप में दर्ज है।
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