एनकाउंटर करने वालों को मेडल देना शर्मनाक, सांसद रुचि वीरा का विवादित बयान- बुलडोजर से चल रही सरकार
स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश पुलिस के उन पुलिसकर्मियों को वीरता पदक दिया गया जिन्होंने अतीक के बेटे असद का एनकाउंटर किया था। इस पर मुरादाबाद से सपा सांसद रुचि वीरा ने सवाल उठा दिए हैं। रुचि वीरा ने कहा कि अतीक अहमद बेटे के एनकाउंटर करने वालों को पुरस्कार दिया जाना लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। वहीं उन्होंने योगी सरकार पर भी निशाना साधा।
जागरण संवाददाता मुरादाबाद। मुरादाबाद की सपा सांसद रुचि वीरा ने माफिया अतीक अहमद के बेटे केन काउंटर पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि पुलिस एनकाउंटर किस तरह करती है। अतीक अहमद बेटे के एनकाउंटर करने वालों को पुरस्कार दिया जाना लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।
रुचि वीरा ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि प्रयागराज में अतीक और उनके भाई अशरफ की हत्या किन परिस्थितियों में हुई यह किसी से छिपा नहीं है। सांसद ने कहा कि सैकड़ों पुलिसकर्मियों के बीच अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई।
चुनिंदा लोगों पर कार्रवाई: रुचि वीरा
रुचि वीरा ने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है, जहां बुलडोजर नीति से सरकार चलाई जा रही है। चुनिंदा लोगों पर कार्रवाई कर दी जाती है और कुछ छोड़ दिए जाते हैं। अतीक के बेटे का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित करना भी अच्छा नहीं है। इससे लोकतंत्र मजबूत नहीं होगा।बुलडोजर नीति अब नहीं चलेगी
उन्होंने कहा कि अगर पुलिसकर्मियों ने कोई अच्छा काम किया होता तो सम्मानित करने की बात समझ में आती, लेकिन यहां सभी जानते हैं कि एनकाउंटर किस तरह किए जाते हैं। सरकार को समझ लेना चाहिए कि बुलडोजर नीति अब नहीं चलेगी।
असद को ढेर करने वाली एसटीएफ टीम को वीरता पदक
बता दें कि पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की हत्या के पहले झांसी में 13 अप्रैल, 2023 को अतीक के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम को एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था।एनकाउंटर में असद को ढेर करने वाली एसटीएफ टीम के छह सदस्यों और अन्य पुलिसकर्मियों सहित कुल 17 पुलिस पदाधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति का वीरता पदक दिया गया है। इस पर सांसद ने सवाल उठाया है।
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