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अब पासपोर्ट की तरह पूरे देश में बनेगा एक जैसा इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस, विदेश में नहीं होगी परेशानी

International Driving License परिवहन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट बनाने के नियम में बदलाव के लिए 23 मार्च 2022 को अधिसूचना जारी की थी और आइडीपी में बदलाव के लिए सुझाव मांगे थे। 30 अगस्त को मंत्रालय ने नियमों में संशोधन करते हुए राजपत्र जारी कर दिया है।

By Vivek BajpaiEdited By: Updated: Sat, 17 Sep 2022 04:32 PM (IST)
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International Driving License News: इस तरह होगा नया ड्राइविंग लाइसेंस। सौ. परिवहन विभाग
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। अब भारत से इंटरनेशनल ड्राइविंंग लाइसेंस लेकर जाने पर विदेश में संदेह से नहीं देखे जाएंगे। राजपत्र जारी होते ही देश भर में एक जैसा यानी पासपोर्ट की तरह ड्राइविंग लाइसेंस बनाना शुरू हो गया है। अब राज्‍यों के अलग-अलग  इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (आइडीपी) जारी नहीं किए जाएंगे।

भारत के नागरिक जो विदेश में भी वाहन चलाना चाहते हैं, उन्‍हें भारत से अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट (आइडीपी) यानी ड्राइविंग लाइसेंस साथ लेकर जाना पड़ता है। यह परमिट प्रत्येक राज्य में अलग रंग व अलग आकार का होता था। विदेश में इसे लेकर काफी समस्‍या होती थी। विदेशी पुलिस इसे संदेह की नजर से देखती थी। कुछ देशों में तो लाइसेंस होने के बाद भी वाहन चलाने पर चालान कर दिया जाता था। विदेश जाने वाले भारतीयों की इसी समस्‍या को देखते हुए परिवहन मंत्रालय ने बड़ा बदलाव किया है। 

परिवहन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट बनाने के नियम में बदलाव के लिए 23 मार्च 2022 को अधिसूचना जारी की थी और आइडीपी में बदलाव के लिए सुझाव मांगे थे। 30 अगस्त को मंत्रालय ने नियमों में संशोधन करते हुए राजपत्र जारी कर दिया है। अब पासपोर्ट की तरह एक देश- एक इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस जारी होगा। यानी अब पूरे देश में एक जैसा इंटरनेशनल ड्राइविंंग लाइसेंस जारी होगा। 

यूपी में भी यह नियम लागू हो चुका है। नया अंतरराष्‍ट्रीय डीएल सलेटी रंग का होगा। इसकी लंबाई 148 मिमी. मीटर और चौड़ाई 105 मिमी होगी। यह डीएल देखने में पासपोर्ट जैसा होगा। इसके अंदर बारह पेज होंगे। जिसमें भारतीय नागरिक की पूरी जानकारी होगी। साथ ही क्यूआर कोड भी होगा। मुरादाबाद में प्रत्येक माह 50 से अधिक इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के आवेदन किए जाते हैं। 

संभागीय परिवहन निरीक्षक हरिओम ने बताया कि राजपत्र जारी होने के बाद इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (आइडीपी) नये प्रारूप में जारी होने लगा है। आइडीपी के लिए सामान्य ड्राइविंग लाइसेंस की तरह आनलाइन आवेदन व शुल्क जमा करना होगा। उसके बाद परिवहन आफिस में आकर बायोमीट्रिक कराना होगा। परिवहन आफिस से स्वीकृति मिलते ही लखनऊ से लाइसेंस बनकर आवेदक के पास डाक द्वारा पहुंच जाएगा।

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