Indian Railways : अब स्टेशनों पर ट्रेनों को घंटों नहीं रोका जाएगा, जानिये रेल प्रशासन ने क्या की है व्यवस्था
आप किसी ट्रेन से सफर कर रहे होंं और वह किसी स्टेशन पर आधे घंटे से ज्यादा खड़ी हो तो समझ जाएं कि आपकी गाड़ी को चलाने के लिए अभी ड्राइवर साहब नहीं आएं हैं। लेकिन जून के बाद इसमें थोड़ी कमी आएगी। रेलवे को नए चालक मिल जाएंगे।
मुरादाबाद, जेएनएन। अब स्टेशनों पर ट्रेनों और मालगाड़ियों को घंटोंं नहीं रोका जाएगा। अभी तक चालकों की कमी की वजह से रेल प्रशासन को ऐसा करना पड़ रहा था। लेकिन जल्द ही चालकों की कमी रेलवे में दूर होने वाली है। उत्तर रेलवे को जून तक प्रथम चरण में 1,264 सहायक चालक मिल जाएंगे। इसमें मुरादाबाद रेल मंडल को 250 चालक दिए जाएंगे।
देश भर के सभी कोनों से उत्तर रेलवे यानी दिल्ली, जम्मूतवी, अमृतसर, हरिद्वार, देहरादून के लिए चलती हैंं। इन के अलावा उत्तर रेलवे होकर राजस्थान, गुजरता, महाराष्ट्र आदि स्थानों पर ट्रेन व मालगाड़ी जाती हैंं। उदाहरण के लिए उत्तर रेलवे के मुरादाबाद होकर सामान्य दिनों में प्रत्येक दिन 260 ट्रेनें व 150 मालगाड़ी चलती हैंं। कुल 410 इंजन को चलाने के लिए चालक की आवश्यकता है। मुरादाबाद मंडल में वर्तमान में तीन सौ इंजन चलाने के लिए चालक हैंं। कई बार तो चालकों की कमी के कारण मालगाड़ी 24 घंटे बीच रास्ते में रोक दी जाती हैं। यात्री ट्रेनें भी चालक के अभाव में आधे घंटे तक रोक दी जाती हैं। लॉकडाउन में मालगाड़ी की संख्या बढ़ गई तो राजधानी चलाने वाले चालकों से मालगाड़ी तक चलवाई गई। लगातार ड्यूटी करने से कई चालक बीमार हो चुके हैं। कुछ चालकों की मौत हो चुकी है। येे हाल उत्तर रेलवे के सभी रेल मंडल का है। उत्तर रेलवे ने भर्ती बोर्ड से 2,856 सहायक चालकों की मांग की थी। भर्ती बोर्ड ने उत्तर रेलवे को प्रथम चरण में 1,268 सहायक चालकों की भर्ती की है। इनको ट्रेनिंग दी जा रही है। जून में सभी चालकों को ट्रेनिंग दिलाने के बाद सभी रेल मंडल को सहायक चालक उपलब्ध कराए जाएंगे। मुरादाबाद रेल मंडल को 250 चालक मिलेंगे। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि सहायक चालकों की ट्रेनिंग जून में पूरी हो जाएगी और सभी रेल मंडल को सहायक चालक मिल जाएंंगे।
यह भी पढ़ें
Indian Railways : बरेली-चन्दौसी मार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन संचालन के लिए अनुमति का इंतजार