निर्यात इंडस्ट्री पर कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट का बड़ा प्रभाव, जर्मनी में होने वाला फ्रैंकफर्ट फेयर रद
फ्रैंकफर्ट फेयर के रद होने से निर्यातकों में जबरदस्त निराशा है। हालांकि इससे अभी नुकसान तो नहीं हुआ हैं लेकिन आने वाले दिनों में मिलने वाले आर्डर थम जाएंगे। यह निर्यातकों के लिए झटके से कम नहीं है।
By Narendra KumarEdited By: Updated: Sun, 05 Dec 2021 01:52 PM (IST)
मुरादाबाद, जागरण संवादाता। कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन अब असर दिखाने लगा है। मुरादाबाद की निर्यात इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में नोएडा फेयर से विश्व भर में ट्रेड फेयर शुरू होने की उम्मीद जगी थी। ओमिक्रोन के साए के बीच अंतरराष्ट्रीय उड़ान स्थगित होन से ट्रेड फेयर भी स्थगित होने शुरू हो गए हैं। जर्मनी में 11 से 14 जनवरी तक लगने वाले फ्रैंकफर्ट फेयर रद कर दिया गया है। निर्यात मेले में शामिल होने वाले निर्यातकों की इसकी सूचना भेज दी गई है। इससे मुरादाबाद के निर्यातकों को झटका लगा है।
फरवरी 2020 के बाद निर्यातक विदेश में लगने वाले फेयर में प्रतिभाग करने जा रहे थे। फिर से लंबे समय तक मेले लगने की उम्मीद नहीं है। अब फिर से आनलाइन ही काम चलेगा। कोरोना का कहर थमने और वैक्सीनेशन तेज होने के साथ ही विश्वभर के बाजार खुलने लगे थे। दुनिया भर में आर्थिक गतिविधियां भी तेज हुई थीं। इसी बीच हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद ने पहल करते हुए नोएडा एक्सपो मार्ट में फेयर का आयोजन कर नई उम्मीदें जगाई थीं। लेकिन, कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने उम्मीदों पर पानी फेरना शुरू कर दिया है। फ्रैंकफर्ट में 11 जनवरी से लगने वाले फेयर की संभावनाएं नगण्य होने के बाद आयोजकों ने मेला रद करने की घोषणा कर दी है। फ्रैंकफर्ट फेयर में मुरादाबाद से उच्च गुणवत्ता वाला सामान जाता है। इससे अगले साल के लिए डिजाइन और ट्रेंड निर्धारित होता है। निर्यातक पिछले कई दिनों से फेयर की तैयारी में जुटे थे और सैंपल तैयार हो रहे थे। यहां तक कि कुछ निर्यातकों ने वेयर हाउस में रखवाने के लिए सैंपल भेज दिए थे। आइआइए की शोध एवं डिजाइन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने बताया कि फेयर की तैयारी में जुटे निर्यातकों के लिए बड़ा झटका है।
फेयर नहीं लगने से निराशा : फ्रैंकफर्ट फेयर के रद होने से निर्यातकों में जबरदस्त निराशा है। हालांकि, इससे अभी नुकसान तो नहीं हुआ हैं, लेकिन आने वाले दिनों में मिलने वाले आर्डर थम जाएंगे। यह निर्यातकों के लिए झटके से कम नहीं है। मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल ने बताया कि फेयर से मुरादाबाद से दो सौ करोड़ का कारोबार मिलने की उम्मीद रहती है। लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। आनलाइन बाजार में देखना होगा कितने आर्डर मिलते हैं। फेयर को लेकर मुरादाबाद के निर्यातकों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दे रहा था। इसलिए करीब 300 से अधिक निर्यातक इसमें हिस्सा लेने के लिए रवाना हो रहे थे।
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