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पैसेंजर ट्रेन बनना बंद, अब चलेंगी सिर्फ ईएमयू

अब जर्जर बोगी वाली पैसेंजर ट्रेन नहीं चलेगी उसके स्थान पर रेलवे मेन लाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपुल यूनिट (मेमू) या इलेक्ट्रिक मल्टीपुल यूनिट (ईएमयू) ट्रेन चलाएगा।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 03 Apr 2019 10:38 AM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 10:38 AM (IST)
पैसेंजर ट्रेन बनना बंद, अब चलेंगी सिर्फ ईएमयू

प्रदीप चौरसिया, मुरादाबाद : अब जर्जर बोगी वाली पैसेंजर ट्रेन नहीं चलेगी, उसके स्थान पर रेलवे मेन लाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपुल यूनिट (मेमू) या इलेक्ट्रिक मल्टीपुल यूनिट (ईएमयू) ट्रेन चलाएगा। प्रत्येक स्टेशन पर रुकने के बाद भी एक्सप्रेस ट्रेन के समय में ईएमयू पहुंच जाएगी। रेलवे ने पैसेंजर ट्रेन की बोगी बनानी बंद कर दी और ईएमयू व मेमू ट्रेन के उत्पादन में दस गुना से अधिक की वृद्धि कर दी है।

पुराने कोच का उत्पादन बंद

रेल प्रशासन इन दिनों सुरक्षित ट्रेनों का संचालन करने के साथ कम समय में गंतव्य तक यात्रियों को पहुंचाने की व्यवस्था में जुट गया है। इसके लिए पुराने रेलवे सिस्टम को बदलना शुरू कर दिया है। पचास साल पुरानी बोगी को हटाई जा रही हैं। एक्सप्रेस व मेल ट्रेन के कोच बदल कर एलएचबी बोगी लगानी शुरू कर दी हैं। राजधानी व शताब्दी के लिए ट्रेन-18 वाला कोच लगाया जा रहा है। इसी के तहत पुराने कोच का उत्पादन बंद कर दिया है।

पैसेंजर के स्थान पर ईएमयू ट्रेन के निर्माण में दस गुना की वृद्धि कर दी है। देश भर में मेमू या ईएमयू चलाने के लिए वर्ष 2022 तक विद्युतीकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

पैसेंजर ट्रेन की तरह प्रत्येक स्टेशन रुकेगी ईएमयू 

मुरादाबाद रेल मंडल के सभी रेल मार्गों का मार्च 2020 तक विद्युतीकरण हो जाएगा। जिस मार्ग पर विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है, उस मार्ग पर पैसेंजर ट्रेनों को अघोषित रूप से चलाना बंद कर दिया है। उदाहरण के लिए मुरादाबाद रेल मंडल में लखनऊ-सहारनपुर, बरेली-प्रयाग मुरादाबाद-चन्दौसी पैसेंजर को पांच मार्ग से बंद कर रखा है। इसके स्थान पर ईएमयू चलाने पर रेलवे बोर्ड स्तर पर तैयारी हो रही है। ईएमयू पैसेंजर ट्रेन की तरह प्रत्येक स्टेशन पर रुकेगी। ईएमयू या मेमू को स्टेशन पर रुकने व चलने में एक मिनट से भी कम समय लगेगा और चलते ही तेज गति पकड़ लेती है। ईएमयू एक्सप्रेस ट्रेन के समय पर ही गंतव्य तक पहुंच जाएगी। रेलवे एसी युक्त ईएमयू तैयार कर रहा है। ईएमयू की गति बढऩे से मालगाड़ी को चलाने के लिए रास्ता भी मिल जाएगा।

क्या कहते हैं मंडल रेल प्रबंधक

मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने बताया कि रेल प्रशासन धीरे-धीरे पुराने कोच से पैसेंजर ट्रेन चलाना बंद करने जा रहा है। पुराने कोच का उत्पादन बंद कर दिया है। इसके स्थान पर ईएमयू व मेमू ट्रेन तैयार हो रही हैं।


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