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    Moradabad News: जिले में तीन प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट स्थापित, गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाने की तैयारी

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 01:05 PM (IST)

    मुरादाबाद जिले में ग्रामीण क्षेत्रों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए तीन प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट स्थापित की जाएंगी। ये यूनिटें ठाकुरद्वारा बिलारी और भगतपुर ब्लॉक में लगेंगी। सरकार ने प्रत्येक यूनिट के लिए 16-16 लाख रुपये मंजूर किए हैं। इन यूनिटों में प्लास्टिक कचरे को प्रोसेस करके दाना बनाया जाएगा जिससे गांवों को सफाई और ग्राम पंचायतों को आर्थिक लाभ होगा।

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    मुरादाबाद में तीन प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। ग्रामीण क्षेत्रों को प्लास्टिक मुक्त बनाने और स्वच्छता मिशन को नई गति देने के लिए मुरादाबाद जिले में तीन प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट स्थापित की जाएंगी। ये यूनिटें ब्लाक ठाकुरद्वारा, बिलारी और भगतपुर में ग्राम पंचायत स्तर पर लगाई जाएंगी। शासन ने प्रत्येक यूनिट के लिए 16-16 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की है, जिसमें से आधी राशि मशीनों की खरीद पर और आधी राशि भवन निर्माण व ढांचे पर खर्च की जाएगी।

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    यूनिट में गांवों से एकात्रित प्लास्टिक कचरे को प्रोसेस करके दाना (ग्रेन्यूल्स) तैयार किया जाएगा। इन दानों को उद्योगों को बेचा जाएगा, जिससे यूनिट का संचालन खर्च निकलेगा। जैसे-जैसे उत्पादन बढ़ेगा, ग्राम पंचायतों की आमदनी भी सुनिश्चित होगी।

    अधिकारियों के अनुसार इस व्यवस्था से न केवल गांवों में बिखरा प्लास्टिक कचरा निस्तारित होगा, बल्कि प्रदूषण भी घटेगा। यह प्रयास ग्रामीण स्वच्छता मिशन को मजबूती देगा और प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या पर स्थायी समाधान की दिशा में अहम साबित होगा। 

    इन ग्राम पंचायतों में लगेंगी यूनिटें 

    पीपलसाना (भगतपुर टांडा ब्लाक)  भरतवाला (ठाकुरद्वारा ब्लाक)  थांवला (बिलारी ब्लाक)  इन गांवों को इसलिए चुना गया है ताकि पास के अन्य ब्लाकों के प्लास्टिक कचरे को भी इनसे जोड़ा जा सके।  मॉडल यूनिट से मिली प्रेरणा रामपुर जिले के सिंघखेड़ा गांव में पहले से एक प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट संचालित हो रही है, जिसे एक निजी कंपनी चला रही है।

    वहां पर तैयार दानों को बेचकर यूनिट के संचालन का खर्च निकाला जाता है और अब पंचायत को भी आमदनी होने लगी है। मुरादाबाद की यूनिटों को भी इसी मॉडल पर चलाने की योजना है। 

    ग्रामीणों को यह भी होंगे लाभ

    • गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम।
    • यूनिटों के माध्यम से ग्रामीणों को रोजगार के अवसर।
    • प्लास्टिक जलने से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण।
    • ग्राम पंचायतों को आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाने का अवसर।

    क्या कहते हैं अधिकारी

    प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट लगाने के लिए ऐसे गांवों का चयन किया गया है जहां से अन्य ब्लाकों को भी जोड़ा जा सके। पहले चरण में तीन यूनिटों को चलाकर देखा जाएगा। इसके सफल होने पर योजना को आगे और विस्तारित किया जाएगा।  -आलोक शर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी।