Indian Railway News : रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में बैठने का अब लगेगा चार्ज, देने होंगे प्रति घंटे 30 रुपये
Railway Station Waiting Room Rules अभी तक यात्रियों को तीन घंटे तक रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में रुकने की फ्री सुविधा थी। लेकिन अब यात्रियों को प्रति घंटे की दर से चार्ज देना होगा। रेलवे वेटिंग रूम की जिम्मेदारी अब निजी एजेंसी को सौंपने जा रहा है।
मुरादाबाद, (प्रदीप चौरसिया)। Railway Station Waiting Room Rules : रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर यदि आप वेटिंग रूम में बैठकर ट्रेन का इंतजार करना चाह रहे हैं तो अब इसके लिए चार्ज देना होगा। यानी रेलवे स्टेशन के प्रतीक्षालय (Railway Waiting Room) अब फ्री नहीं रहे।
यहां पर बैठकर किसी ट्रेन का इंतजार करने के लिए अब यात्रियों को प्रति घंटे के हिसाब से भुगतान करना होगा। यात्रियों को 30 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से शुल्क देना होगा। दरअसल, रेलवे प्रतीक्षालय (Railway Waiting Room) का संचालन प्राइवेट एजेंसी (Private Agency) को देने की तैयारी में है। अब तक सिर्फ वीआइपी लाॅॅज में ही 30 रुपये प्रतिघंटा शुल्क लिया जाता था।
रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक (वाणिज्य) आशुतोष मिश्रा के पत्र के आधार पर सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह ने नए आदेश से सभी मुख्य वाणिज्य निरीक्षक स्टेशन अधीक्षक को अवगत कराया है। स्लीपर (एसी व अन्य) श्रेणी के महिला व पुरुष प्रतीक्षालय का संचालन प्राइवेट एजेंसी को सौंपा जाएगा।
एजेंसी प्रतीक्षालय में बैठकर ट्रेन का इंतजार करने वाले यात्रियों से 30 रुपये प्रतिघंटा शुल्क लेगी। प्लेटफार्म पर यात्रियों को ट्रेन आने से आधा घंटे पहले आने की अनुमति होगी। मुरादाबाद रेल मंडल के मुरादाबाद, हरिद्वार, बरेली, देहरादून रेलवे स्टेशन के प्रतीक्षालय को प्राइवेट कंपनी को ठेके पर देने के लिए ई निविदा आमंत्रित करने की तैयारी चल रही है।
इसके अलावा इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (IRCTC) के विश्रामालय को भी प्राइवेट एजेंसी को दिए जाएंगे। काबिलेगौर है कि वर्तमान में रेल मैनुअल के मुताबिक ट्रेन आने से तीन घंटे पहले और जाने के तीन घंटे बाद तक प्रतीक्षालय में यात्रियों को निश्शुल्क ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
ट्रेन के देरी से आने पर यह अवधि बढ़ायी जा सकती है। प्रतीक्षालय में यात्रियों को आरक्षण टिकट दिखाना पड़ता है। शुल्क लेने की नई व्यवस्था में ट्रेन के देरी से आने के बारे में कोई व्यवस्था नहीं है।
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