Moradabad Rain: बारिश ने तोड़ा 14 साल का रिकॉर्ड, 12वीं तक के सभी स्कूल आज बंद
Moradabad Rain मौसम विज्ञानियों की मानें तो पिछले दिनों में जितना पानी बरसा है उतनी वर्षा कई बार मानसून के पूरे महीने में भी नहीं होती। इस वर्ष मानसून की बारिश 1000 मिलीमीटर का आंकड़ा पार कर चुकी है जबकि पिछले वर्ष पूरे मानसून में 400 मिमी से कम वर्षा हुई थी। एहतियान 12वीं तक के स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
By Jagran NewsEdited By: Nitesh SrivastavaUpdated: Mon, 11 Sep 2023 01:27 PM (IST)
Moradabad Rain- जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : मूसलधार वर्षा ने पिछले 14 वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। रविवार सुबह छह से शाम छह बजे तक ही 154 मिमी वर्षा हुई।
यह पिछले 14 वर्षों में एक दिन में सर्वाधिक वर्षा रिकार्ड की गई। इससे पहले वर्ष 2009 में एक दिन में 130 मिमी वर्षा हुई थी। वहीं, शुक्रवार रात से शुरू हुई वर्षा से अगले 48 घंटों में 216 मिलीमीटर पानी गिर चुका है।मौसम विज्ञानियों की मानें तो पिछले दिनों में जितना पानी बरसा है, उतनी वर्षा कई बार मानसून के पूरे महीने में भी नहीं होती। इस वर्ष मानसून की बारिश 1,000 मिलीमीटर का आंकड़ा पार कर चुकी है, जबकि पिछले वर्ष पूरे मानसून में 400 मिमी से कम वर्षा हुई थी।
Read Also: अफसरों की लापरवाही से मुरादाबार में आफत बनी बरसात, जगह-जगह बसें व अन्य वाहन फंसेवहीं, पहाड़ों पर लगातार बारिश से रामगंगा का जलस्तर भी बढ़ रहा है। तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को मुरादाबाद का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस था, लगातार वर्षा के कारण रविवार को अधिकतम तापमान डिग्री 27 डिग्री सेल्सियस रहा। छह डिग्री तापमान नीचे आया है।
चार महीनों में वर्षा का आंकड़ा
वर्ष 2023 |
माह औसत वर्षा |
जून | 137.60 मिमी |
जुलाई | 313.35 मिमी |
अगस्त | 546.4 मिमी |
सितंबर | 316 मिमी (इस माह नौ व दस सितंबर ही) |
जिले में बढ़ाई गई सतर्कता
जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने रविवार शाम सभी एडसीएम और तहसीलदारों के साथ वर्षा की स्थिति को लेकर बैठक कर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए।
जरूरतमंदों को शासनादेश के अनुसार 48 घंटे में सरकारी मदद दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में लगातार हो रही वर्षा के कारण रामगंगा का जलस्तर चढ़ाव पर है। कालागढ़ डैम से पानी छोड़ा गया है।Read Also: मुरादाबाद में भारी बारिश, जलभराव के चलते नाले में बदली सड़कें, किसानों के घर में मातम
वहीं, लगातार हो रही वर्षा के कारणों गांवों में होने वाले नुकसान को पता लगाने के लिए लेखापालों को सतर्क किया गया है। सभी इसके साथ ही ग्राम प्रधानों से भी संपर्क किया जा रहा है।डीएम मानवेंद्र सिंह ने बताया कि नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। अलर्ट जारी कर सभी बाढ़ चौकियों और बाढ़ शरणालयों को सतर्क रहने व व्यवस्था बढ़ाने को कहा है।
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