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Sri Sri Ravi Shankar: 'देश तोड़ने वाली ताकतें सक्रिय, रहें सावधान; हर गांव से पांच-पांच युवा दीजिए आत्मनिर्भर बनाएंगे

श्री श्री रविशंकर ने बताया कि गांवों के आसपास स्किल सेंटर खोले जा रहे हैं। जिसमें किशोर और युवाओं की स्किल विकसित कर रोजगार से जोड़ा जा रहा है। इसके साथ मंडल में जल संरक्षण के लिए आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से लिए जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई। रविशंकर ने देश के युवाओं में बढ़ती नशे की लत को चिंताजनक बताया।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 17 Sep 2024 01:35 PM (IST)
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Moradabad News: ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर मुरादाबाद में।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर ने अखिल भारतीय प्रधान सम्मेलन को संबोधित किया। व्हाइट हाउस में हुए सम्मेलन में अन्नदाता सुखी भवः के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। बोले पंक्ति से तीन लोग जुड़े हैं किसान, व्यापारी और गृहणी। अगर ये तीनों सुखी हैं, देश और समाज सुखी रहेगा।

जैविक खेती पर की चर्चा

श्री श्री रवि शंकर ने किसानों से वार्ता के दौरान जैविक खेती पर चर्चा की, उसके लाभ बताए। बताया कि जैविक खेती अपनाने वाले किसानों की आय बढ़ी है। उनकी संस्था केवल जैविक कृषि करने के लिए प्रेरित नहीं करती, बल्कि उन्हें बाजार की सुविधा भी दिलाती है। आज उनकी आय दोगुणा से अधिक हुई है। इस दौरान किसानों से बात की, मुरादाबाद मंडल में जैविक खेती के लिए किए जा रहे हैं, उनसे चर्चा की।

नशे की बढ़ती लत समस्या

किसानों और संस्था के प्रमुख लोगों ने बीच−बीच में अपने विचार रखे। गुरुदेव ने कहा कि आज देश में बढ़ती नशे की लत बड़ी समस्या बनती जा रही है। आप सभी को देश, समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए कार्य करना होगा। यहां से यह संकल्प लेकर जाएं। अपने आस पास के लोगों को नशे से दूर करें, धीरे−धीरे समाज बदलने लगेगा।

आत्मनिर्भर बनाने के लिए करने चाहिए कार्य

रविशंकर ने कहा कि हमें एक-एक गांव को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य करना चाहिए। हमने बहुत से गावों में ऐसा किया है। हमारे देश का आधार आज भी खेती है, इसलिए जरूरी है कि किसान स्वस्थ और खुश रहें इसके लिए गांव गांव में योग सिखाने के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए। सबसे पहले गांव गांव में योग शिक्षक तैयार करेंगे। पुरुष को पुरुष और महिलाओं को महिला योग सिखाएंगी। आज भी अमेरिका जैसे देश में 45 प्रतिशत लोग अकेलापन महसूस कर रहे हैं। ये सोचना भूल है कि आर्थिक समृद्धि मिलने पर सब कुछ ठीक हो गया। जीवन खुशी पाने के लिए आध्यात्म से जुड़ना जरूरी है।

हजारों किसान जल संरक्षण का कर रहे काम

रविशंकर ने बताया कि हमारी संस्था के माध्यम से देशभर में 75 नदियों का पुनरुत्थान किया, हजारों तालाबों को जल से परिपूर्ण किया। आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़े हजारों किसान जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। जल्द ही बेंगलुरु में देशभर के किसानों का सम्मेलन होने जा रहा है। आप सभी उसमे आमंत्रित हैं। आप सभी कि जिम्मेदारी है, देश के विकास में सहयोग करें। समाज को साथ लेकर चलें।

देश को पीछे ले जाने में लगी विदेशी ताकतें

आज भारत को अव्यवस्थित और पीछे ले जाने के लिए विदेशी ताकतें काम कर रही हैं, वे हमें बांटने में लगी हुई हैं। बांग्लादेश में आपने देखा कि क्या हुआ, जो देखा वह कुछ भी नहीं, जो हुआ वह बहुत ही भयानक था। इसी प्रकार भारत को तोड़ने वाली ताकतें सक्रिय हैं। इसलिए आपको अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है।

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किसान कानून हुए रद्द

रविशंकर ने कहा, कि आपने देखा किसानों का आंदोलन हुआ। हमने भी प्रधानमंत्री से बात की कि किसान नहीं चाहते तो तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर दिया जाए। तीनों कानून रद्द कर दिया गया, हालांकि तीन कानूनों को छह महीने पहले रद्द कर देते तो ज्यादा बेहतर रहता।

गांवों को खुशहाल बनाने में सहयोग करेंगे

लोकतंत्र के मेरे अनुसार चार स्तंभ हैं, जिनमें धार्मिक, सत्कर्म, व्यापार उद्योग और मीडिया है। प्रजातंत्र की छत को बनाए रखने के लिए आपस में दूरी बनाए रखें। पर अपनी अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश के रूप में देखें और बनाएं। आप हमें प्रत्येक गांव से पांच युवा दे दीजिए, हम उन्हें प्रशिक्षण देकर हर कला में पारंगत करेंगे और वे जाकर गावों को खुशहाल बनाने में सहयोग करेंगे।