Sambhal coronavirus news update : सम्भल में 18 नए केस, 11 स्वस्थ होकर लौटे घर
Sambhal coronavirus news update रजपुरा ब्लाक के गांव गवां में 12 ङ्क्षसघौला में चार तथा पंवासा व चन्दौसी में मिला एक-एक कोरोना पॉजिटिव।
By Narendra KumarEdited By: Updated: Fri, 03 Jul 2020 08:58 PM (IST)
सम्भल, जेएनएन। जिले में शुक्रवार को एक साथ 18 कोरोना संक्रमित मिले। 12 रजपुरा ब्लाक के गवां कस्बा व चार सिघौला गांव के हैं। पवांसा व चन्दौसी के एक-एक संक्रमित हैं। अब तक कुल 379 केस मिले, जिसमें से 288 सही हो गए हैं। यानी महज 84 ही सक्रिय केस हैं। शुक्रवार को 227 की रिपोर्ट मिली। इसमें से 18 पॉजिटिव 209 की रिपोर्ट निगेटिव है।
एक जुलाई को रजपुरा ब्लाक की एक एएनएम के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने एएनएम के संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल की जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को मिली तो इसमें गवां के 11 व ङ्क्षसघौला के चार लोग एएनएम के संपर्क में आने से पॉजिटिव पाए गए। एएनएम के परिवार के सदस्यों के साथ ही दो आशाएं भी शामिल है। जो गांव में ङ्क्षसघौला में तैनात थीं। जबकि एक आशा के पति की भी रिपोर्ट में संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। लोगों की माने तो अनलॉक-वन के बाद क्षेत्र की लापरवाह बन गई थी, लेकिन जैसे ही शुक्रवार को एक साथ संक्रमित होने की पुष्टि हुई तो लोगों हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि गांव में तैनात एक आशा जनसंपर्क में बढ़चढ़कर भाग लेती थी। ऐसे में उसके संपर्क में आने वाले लोगों के भी संक्रमित होने की संभावना का डर लोगों का सता रहा है।
रजपुरा सीएचसी प्रभारी डॉ. विराश यादव ने बताया कि गांव ङ्क्षसघौला व गवां में सघन सैंपङ्क्षलग अभियान चलाकर टेङ्क्षस्टग कराई जाएगी। वही हयातनगर निवासी एक व्यक्ति के मुरादाबाद निजी अस्पताल में कराए गए टेस्ट के दौरान संक्रमित होने की पुष्टि हुई। विभाग की टीम उस व्यक्ति के संपर्क व परिवार के लोगों का डाटा एकत्र करने में लगी हुई है।
बुखार और दर्द की शिकायत पर भेजा सैंपल
पवांसा ब्लॉक क्षेत्र के महोरा लखुपुरा गांव में शुक्रवार को एक पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। एक जुलाई को पेट दर्द और बुखार की दवा लेने के लिए वह पवांसा सीएचसी पर आया था। जहां से उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग को मिली रिपोर्ट के मुताबिक उस ग्रामीण के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जिसे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव से बुलाकर एंबुलेंस की मदद से सिरसी एल-वन अस्पताल भेज दिया।
पवांसा में लापरवाही उजागरशुक्रवार को पवांसा ब्लााक क्षेत्र के गांव महोरा लखुपुरा गांव निवासी एक व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। रिपोर्ट मिलने के बाद पवांसा सीएचसी से संक्रमित को फोन करके उसे गांव से वही पर आने के निर्देश दिए गए। ऐसे में वह गांव से पैदल ही चलकर करीब तीन किलोमीटर की दूरी तय करके सीएचसी पहुंचा। जहां से उसे एंबुलेंस की मदद से सिरसी के बहमन जहरा एल-वन अस्पताल में भेज दिया गया। इतना ही नहीं सैंपल के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने उसे होम क्वारंटाइन रहने की सलाह नहीं दी, जिसकी वजह से वह गांव व खेत में घूमता रहा। क्वारंटाइन अवधि के दौरान वह सम्भल रोडवेज बस अड्डे के समीप अपनी साइकिल की मरम्मत कराने भी गया था। शुक्रवार को भी जब उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई तो वह अपने मक्का के खेत में मौजूद था। पवांसा सीएचसी प्रभारी डॉ. असद हाफिज अंसारी ने बताया जिन लोगों की सैंपङ्क्षलग की जाती है उन्हें घर भेज दिया जाता है और जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक होम क्वारंटाइन के लिए कह दिया जाता है।
संपर्क में आने वाले 50 के सैंपलस्वास्थ्य विभाग की ओर से सरायतरीन निवासी एक संक्रमित की पुष्टि के बाद विभाग की टीम ने संपर्क में आने वाले 30 लोगों को चिन्हित करके उन्हें क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया। चक्की का पाट निकट की आशंकित महिला के संपर्क वाले 20 लोगों को सैंपल के लिए सेंटर पर भेजा। चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज शर्मा ने बताया कि 50 लोगों को सैंपङ्क्षलग के लिए भेजा गया है।
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