Move to Jagran APP

SCP Training Program : इस तरह तैयार करें करेले का अचार, स्‍वाद चख लोग करेंगे तारीफ

Method of making bitter gourd pickle राजकीय फल संरक्षण केंद्र मुरादाबाद पर चल रहा 100 दिवसीय एससीपी प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत 30 महिला/पुरुषों को करेला अचार बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। विशेषज्ञ ने अचार बनाने की विधि को विस्तार पूर्वक बताया गया।

By Narendra KumarEdited By: Updated: Sun, 24 Oct 2021 03:02 PM (IST)
Hero Image
हुकूमत सिंह राणा विषय विशेषज्ञ ने अचार बनाने की विधि को विस्तार पूर्वक बताया गया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Method of making bitter gourd pickle : राजकीय फल संरक्षण केंद्र मुरादाबाद पर चल रहा 100 दिवसीय एससीपी प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत 30 महिला/पुरुषों को करेला अचार बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। हुकूमत सिंह राणा विषय विशेषज्ञ ने अचार बनाने की विधि को विस्तार पूर्वक बताया गया।

केंद्र प्रभारी एसएच खान द्वारा लाभार्थियों को मार्केटिंग से संबंधित जानकारी दी गई। केंद्र पर संचालित अन्य योजनाओं को बताया गया। इस अवसर पर सोडियम बैंजुएट (सुरक्षा कारक)/एसीटिक एसिड तथा अचार मसाला नमक एवं तेल आदि को मिलाने का प्रैक्टिकल कराया गया। विशेषज्ञ द्वारा बताया गया कि सबसे पहले करेले को साफ पानी से धोकर उसके पीस काटकर रख लेते हैं और उबालकर या कच्चे करेले का अचार बड़े पैमाने पर तैयार किया जा सकता है। उबालकर अचार बनाने के लिए जितना वजन करेले का होगा उतना ही पानी में उबाल देकर छान लिया जाए, उसके बाद 120 ग्राम नमक प्रतिकिलोग्राम में डालकर स्वादानुसार मिर्च मसाला डालकर तेल में भूनकर ठंडा करके अचार को जार में भर लिया जाए। अचार को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए जार में दबाकर भरा जाता है, ताकि अचार के जार में हवा न रहें। इसके साथ ही कच्चे करेले का अचार बनाने के लिए बताया गया कि पहले तेल में मसाले नमक के साथ पकाते हैं और कच्चे करेले के पीस में डालकर जार में दबाकर भरते हैं, तीन-चार दिन बाद करेले का अचार उपयोग के लिए तैयार हो जाता है। इस अवसर पर व्यापारिक रूप से करेले का अचार तैयार करने की विस्तार से जानकारी दी गई। मार्केटिंग के टिप्स भी बताए गए ताकि प्रशिक्षणार्थी अपना स्वरोजगार स्थापित कर लाभ उठा सकें। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।