Move to Jagran APP

शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा-यूपी के सम्‍भल में ही कल्कि अवतार के योग, देवी-देवताओं का न करें न‍िरादर

Dharma Sabha in Moradabad स्वामी ने कहा क‍ि मैं शंकराचार्य पद से कहता हूं कि व्यापार में देवी देवताओं के चित्र को छापकर उनका निरादर न करें। विवाह कुंडली या गुण धर्म के अनुसार करें कुंडली मिलाते रहेंगे तो बूढ़े हो जाएंगे।

By Narendra KumarEdited By: Updated: Thu, 25 Nov 2021 07:32 AM (IST)
Hero Image
वैदिक मंत्रों से साईं बाबा की पूजा को गलत बताया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Dharma Sabha in Moradabad : शहर में आयोज‍ित धर्मसभा में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा क‍ि मुरादाबाद मंडल के सम्भल जिले में कल्कि अवतार का योग है। इस दौरान उनसे प्रश्न पूछा गया कि उड़ीसा व उत्तर प्रदेश दोनों जगहों पर सम्भल शहर है तो कल्कि अवतार उप्र के सम्भल जिले में होगा या उड़ीसा में। इस पर बोले कि योग उप्र के सम्भल जिले में ही बन रहा है। लेकिन, अगर भगवान जगन्नाथ उड़ीसा खींच ले जाएं तो इस पर मैं कुछ नहीं कह सकता।

एक प्रश्न पर स्‍वामी ने कहा कि साईं बाबा का वैदिक मंत्रों से पूजा करना गलत है। धर्म सभा में स्वामी के जीवन पर भी प्रकाश डाला गया। इस दौरान आचार्य संत धीरशांत दास, नगर विधायक रितेश गुप्ता, एमएलसी डाॅ. जयपाल सिंह व्यस्त, डा. विशेष गुप्ता, राजेश रस्तोगी, रितु नारंग, धवल दीक्षित, सरदार गुरविंदर सिंह, सतीश अरोरा, गौरव गुप्ता, विपिन गुप्ता, शरद कौशिक, डा. प्रदीप शर्मा, पवन जैन, करनवीर, राजीव ढल सहित शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य सहयोग विनय लोहिया, विपिन लोहिया, डा.बीपीएस लोचब का रहा। परिवर्तन द चेंज, उपवन संस्था, एनसीसी कैडेट के अलावा स्काउट गाइड समेत कई संस्थाएं भी व्यवस्थाओं में जुटी रहीं।

व्यापार से जुड़ी चीजों पर देवी-देवताओं का चित्र छापकर न करें निरादर :  शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती से साहित्यकार डाॅ. प्रेमलता उपाध्याय ने आग्रह किया कि व्यापार से जुड़ी वस्‍तुओं पर देवी-देवताओं के चित्र को न छापा जाए, ऐसा संदेश दें। तब स्वामी ने कहा क‍ि मैं शंकराचार्य पद से कहता हूं कि व्यापार में देवी देवताओं के चित्र को छापकर उनका निरादर न करें। विवाह कुंडली या गुण धर्म के अनुसार करें, कुंडली मिलाते रहेंगे तो बूढ़े हो जाएंगे। हिंदू परिवार को सनातनी धर्म का पालन कैसे करना चाहिए। इस प्रश्न पर कहा कि गीता का अध्ययन करें। परिवार के सदस्य एक साथ बैठें, भगवान का संकीर्तन करें ताकि धर्म व आध्यात्म की ओर भी ध्यान केंद्रित हो।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।