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2030 तक सभी मार्गों में पर न्यूनतम 130 किमी प्रति घंटा होगी ट्रेनों की गति, एमएम ने अधिकारियों के साथ की चर्चा

2030 तक सभी रेल मार्गों में पर न्यूनतम गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इसलिए गतिशक्ति का गठन किया गया है। छोटे काम मंडल रेल प्रशासन द्वारा किए जाने हैं। बड़े काम गतिशक्ति की टीम करेगी। साथ ही बड़े काम रेलवे के विभिन्न कारपोरेशन कराएंगे।

By Pradeep K ChaurasiaEdited By: Shivam YadavUpdated: Tue, 27 Dec 2022 10:01 PM (IST)
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साथ ही बड़े काम रेलवे के विभिन्न कारपोरेशन कराएंगे।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता: रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य यांत्रिक (एएमएम) डीसी शर्मा ने मंगलवार को रेलवे बोर्ड की योजना पर रेलवे अधिकारियों के साथ चर्चा की। अधिकारियों से कहा कि रेलवे बदल रहा है, आप और कर्मचारी भी बदलने को तैयार हो जाएं। मंगलवार सुबह रेल मार्ग से एएमएम मुरादाबाद पहुंचे और पहले मुरादाबाद रेल मंडल के बारे में जानकारी ली। दोपहर 12 बजे मंडल रेल प्रबंधक अजय नंदन समेत सभी अधिकारियों के साथ बैठक की। 

बैठक में रेलवे बोर्ड का भविष्य की योजना पर चर्चा की और कहा कि रेलवे समय से साथ धीरे-धीरे बदलाव शुरू कर दिए हैं। पुराने कोच के स्थान पर आधुनिक कोच लगाए जा रहे हैं। तेज गति से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके भी अधिक तेज गति से चलाने के लिए कोच के साथ लाइन तैयार की जा रही हैं। 

2030 तक सभी रेल मार्गों में पर न्यूनतम गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इसलिए गतिशक्ति का गठन किया गया है। छोटे काम मंडल रेल प्रशासन द्वारा किए जाने हैं। बड़े काम गतिशक्ति की टीम करेगी। साथ ही बड़े काम रेलवे के विभिन्न कारपोरेशन कराएंगे। 

यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आधुनिक तकनीकी का प्रयोग किया जाएगा। सुरक्षित ट्रेनों के संचालन में भी आधुनिक तकनीकी का प्रयोग होगा। कोहरे में तेज गति से ट्रेनों को चलाने के लिए तकनीकी विकसित की जा रही है। इसके लिए सभी अधिकारियों को लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने की जरूरत है।

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