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Indian Railways : बेटे के साथ म‍िलकर सुरक्षित ट्रेन संचालन में जुटे स्‍टेशन मास्‍टर, बोर्ड पर सूचनाएं ल‍िख फ्री में कर रहे व‍ितरण

Station Master Safe Train Operation Campaign स्टेशन मास्टर शकील ने सभी स्टेशनों से ट्रेनों को सुरक्षित चलाने के इस तरह का बोर्ड उपलब्ध कराने के लिए ठान लिया। बीए का चुका बेटा आयाल छोटे बोर्ड को रंगता है इसके बाद उस पर लिखने का काम करता है।

By Narendra KumarEdited By: Updated: Sat, 09 Oct 2021 09:10 AM (IST)
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बेटे के साथ मिलकर सुरक्षित ट्रेन संचालन की मुहिम में जुटे स्टेशन मास्टर।

मुरादाबाद [प्रदीप चौरस‍िया]। Station Master Safe Train Operation Campaign : मुरादाबाद में सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रेलवे की मदद के बिना ही स्टेशन मास्टर शकील अहमद ने मुहिम शुरू कर दी है। पिता की मुहिम को सफल बनाने में बेटा आयाल भी साथ दे रहा है। बेटा छोटे-छोटे बोर्ड पर ट्रेन संचालन से जुड़ी सूचनाएं लिखता है और पिता अन्य स्टेशन मास्टर को फ्री में उसे व‍ितर‍ित करते हैं। 

मंडल के अधिकांश स्टेशनों पर ट्रेनों के संचालन के ल‍िए आधुनिक उपकरण (बीपीएसी) लगा हुआ है। इसके द्वारा स्टेशन मास्टर ट्रेनों का संचालन करते हैं। बिना रुक ट्रेनों को चलाने, प्लेटफार्म पर रुकने का सिग्नल देने, रेलवे लाइन की मरम्मत के कारण किसी लाइन को बंद करना जैसे काम करते हैं। इसके अलावा स्टेशन मास्टर को स्टेशन के गुजरने वाले ट्रेनों व मालगाड़ी को सिग्नल दिखाने, यार्ड में कोई खराबी होने पर जांच करने आदि का काम करना पड़ता है। ऐसे स्थिति में स्टेशन मास्टर किस लाइन को मरम्मत के लिए बंद किया गया है, यह भूल जाते हैं, गलती से किसी ट्रेन को चलाने का सिग्नल दे देते हैं तो बड़ी ट्रेन दुर्घटना भी हो सकती है। कोरोना संक्रमण के बाद रेलवे प्रशासन ने छोटे-छोटे काम तक के लिए बजट देना बंद कर दिया है। मंडल रेल प्रशासन ने स्टेशन मास्टरों को सुरक्षित ट्रेनों को संचालन करने के आदेश द‍िए हैं। स्टेशन मास्टर अगवानपुर शकील अहमद सुरक्षित ट्रेनों को संचालन के लिए ठान ली है। अपने रुपये खर्च कर बाजार से प्लाई बोर्ड लेकर आए और उसे रंग द‍िया। छोटे छोटा काटने के बाद  उस पर ट्रेन संचालन संबंधित कार्य को लिखा।

उदाहरण के लिए गेट बंद है, गेट खुला है, पावर ब्लाक चल रहा है, इंजीनियरिंग ब्लाक चल रहा है.आदि लिखा। जैसे ही रेल फाटक बंद होेने का बटन आन करते थे, वहां छोटा बोर्ड लगा देते थे। इससे किस लाइन पर क्या काम चल रहा है, इसकी जानकारी आसानी से मिल जाती थी। स्टेशन मास्टर शकील ने सभी स्टेशनों से ट्रेनों को सुरक्षित चलाने के इस तरह का बोर्ड उपलब्ध कराने के लिए ठान लिया। बीए का चुका बेटा आयाल छोटे बोर्ड को रंगता है, इसके बाद उस पर लिखने का काम करता था। शकील कहते हैं कि वह बोर्ड बनाकर स्टेशन मास्टर हरथला, स्टेशन मास्टर लोदीपुर आदि स्टेशनों को फ्री में दे चुके हैं। जैसे जैसे बोर्ड तैयार होते जा रहा है, अन्य स्टेशन मास्टर को वितरण करेंगे। प्रवर मंडल संरक्षा अधिकारी आरके तायल ने बताया कि स्टेशन मास्टर द्वारा सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए इस तरह का बोर्ड बनाया गया है, इसकी जानकारी नहीं है। शीघ्र ही अगवानपुर स्टेशन जाकर देखेंगे और अन्य स्टेशन मास्टर को भी इस तरह का बोर्ड बनाने के ल‍िए प्रेरित करेंगे।