मुरादाबाद में ग्रामीणों ने दिखाया साहस, खुद की नाले की सफाई, वीडियो वायरल होने पर पहुंचे प्रशासक
जिले के पाकबड़ा के समाथल गांव में 25 दिन में 20 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी किसी ने सुध नहीं लीं। ग्रामीणों ने जिसे प्रधान चुना उसने भी सफाई कराने के लिए कोई पहल नहीं की।
मुरादाबाद, जेएनएन। जिले के पाकबड़ा के समाथल गांव में 25 दिन में 20 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी किसी ने सुध नहीं लीं। ग्रामीणों ने जिसे प्रधान चुना उसने भी सफाई कराने के लिए कोई पहल नहीं की। इससे नाराज ग्रामीणों ने खुद ही झाड़ू उठाकर सफाई शुरू कर दी। फावड़ों से नालियां साफ करने में जुट गए। ग्रामीणों के इस प्रयास की वीडियो किसी ने इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दी। इसके बाद लोगों ने सिस्टम पर चोट करनी शुरू कर दी। वीडियो का इतना असर हुआ कि प्रशासक ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को लेकर गांव पहुंच गए। उन्होंने अपनी निगरानी में सफाई अभियान चलवाया।
मुरादाबाद विकास खंड के समाथल गांव का नजारा देखने लायक था। यहां युवाओं ने झाड़ू उठाकर खुद सफाई करनी शुरू की तो प्रशासन से लेकर पंचायत विभाग तक के अफसर हिल गए। गांव में जानकारी पर मालूम हुआ कि कोई सफाई करने ही नहीं पहुंचा। यहां कोरोना महामारी, बुखार, खांसी व नजला से मौतें होने के बाद भी किसी ने सुध नहीं ली। नए प्रधान ने भी चुने जाने के बाद खाता खुलने का इंतजार शुरू कर दिया। किसी भी दिन खुद खड़े होकर गांव की गंदगी को दूर कराने के लिए पहल नहीं की। इससे खफा होकर गांव के कुछ लोगों ने खुद ही गांव की सफाई का जिम्मेदारी लेने का मन बनाया। युवाओं की एक टीम ने साफ सफाई शुरू कर दी। नालियां साफ करने के साथ रास्तों में झाड़ू लगाई। इसी बीच एक युवक ने उनका वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल कर दिया। वीडियो देख लोगों ने सरकार व प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए। जागरण प्रतिनिधि ने गांव जाकर ग्रामीणों से बात की। ग्रामीणों ने कहा कि साफ सफाई न होने से गांव में बीमारियां पनप रही हैं। गांव में लगातार मौतों को आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। गांव में 20 मौतों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। अपनी व परिवार की जिंदगी को बचाने के लिए गांव में साफ सफाई करनी शुरू की है।
कांठ विधानसभा का गांव है समाथल
जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव समाथल कांठ विधानसभा का गांव है। गांव में जब से प्रधानी खत्म हुई है। साफ सफाई व्यवस्था पूरे तरीके से ठप हो रखी थी। किसी जनप्रतिनिधि ने भी इस गांव की सुध नहीं ली। मजबूरी में गांव के लोगों ने यह कदम उठाया है।
गांव में साफ सफाई व्यवस्था पूर्ण रूप से ठप हुई पड़ी है। इस संबंध में अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चुके है। लेकिन, कोई सुनने वाला नहीं है इसलिए खुद ही सफाई शुरू करा दी।
शकील लतीफी
गांव में जगह- जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बुखार से 20 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। लेकिन, न तो साफ सफाई हुई है और न ही स्वास्थ्य विभाग के किसी कर्मचारी ने आकर गांव में देखा है।
हाकम अली