जमाना मां को देता था ताना...अब बिटिया यूपी-अंडर-15 टीम का हिस्सा- क्रिकेटर लविपाल ने बढ़ाया मान
शहर से अंशिका राजपूत और लविपाल का अंडर-15 यूपीसीए कैंप में चयन हुआ था। कैंप कमला क्लब कानपुर में 17 और 18 नवंबर को हुआ। सोनकपुर स्टेडियम कोच यश शुक्ला ने बताया कि कैंप में दो दिन नेट सेशन चला। जिसमें सीधे हाथ की मध्य तेज गति की गेंदबाज लविपाल ने अपनी स्विंग और प्रभावी गेंदबाजी से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। आज भी जमाने में ऐसे बहुत से लोग हैं। जो बेटे और बेटियों में अंतर करते हैं। अगर, किसी के सिर्फ बेटियां हो, तो उसे ताना देते हैं। एक ऐसी ही मां की बेटी का जब यूपी अंडर-15 टीम में चयन हुआ।तब तानों का दर्द आंखों से छलक उठा। मगर, यह आसूं खुशी के थे। कहती हैं कि बेटी की सफलता उन सभी काे जवाब है तो बेटी और बेटों में भेद करते हैं। बेटा ना होने पर ताना देते हैं।
मुझे जिंदगी भर मिले बहुत ताने
जीवन में मुझे बेटी होने के बहुत ताने मिले हैं। मगर, मेरी बेटी अब उन तानों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। बेटी की तरक्की से बहुत खुश हूं। वह बेटी हैं लविपाल, जिनका चयन अंडर-15 यूपी टीम की के लिए किया गया है। उनका चयन यूपीसीए कैंप में बेहतर प्रदर्शन के दम पर हुआ है। चयनित 16 सदस्य टीम अंडर-15 वूमेन एकदिवसीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी। लविपाल के चयन पर शहर के खिलाड़ियों और उनके परिवार में खुशी का माहौल है।
15 साल की आयु में बड़ा कमाल कर दिखाया
मूलरूप से बिजनौर निवासी खूब सिंह पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती संभल के बहजोई थाने में हैं। परिवार बीते दस साल से पुलिस लाइन में रह रहा है। परिवार में पत्नी शिक्षा और तीन होनहार बेटियां पायल, लवी और कनिका पाल हैं। फिल्म दंगल का मशहूर डायलाग म्हारी छोरियां के छोरो से कम हैं... खूब सिंह पर बिल्कुल सटीक बैठता है। उनकी बेटी लवी पाल ने 15 साल की आयु में बड़ा कमाल कर दिखाया है।शहर से अंशिका राजपूत और लविपाल का अंडर-15 यूपीसीए कैंप में चयन हुआ था। कैंप कमला क्लब कानपुर में 17 और 18 नवंबर को हुआ। सोनकपुर स्टेडियम कोच यश शुक्ला ने बताया कि कैंप में दो दिन नेट सेशन चला। जिसमें सीधे हाथ की मध्य तेज गति की गेंदबाज लविपाल ने अपनी स्विंग और प्रभावी गेंदबाजी से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया जिसके दम पर उनका चयन यूपी अंडर-15 टीम में हुआ है।चयनित टीम पुणे में 21 से 29 नवंबर के बीच होने वाली अंडर-15 वूमेन एकदिवसीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी। कैंप में शहर की अंशिका राजपूत ने भी हिस्सा लिया। मगर, उनका चयन टीम में नहीं हो पाया है। उधर, लविपाल के चयन से शहर में खुशी है। क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी नरेश चंद्र यादव, डीएसए सचिव विजय गुप्ता, उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव डा. अजय पाठक ने उन्हें बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
तीन साल की कड़ी मेहनत के दम पर लिखी कामयाबी की कहानीलविपाल ग्रीन मीडोज स्कूल में कक्षा दसवीं का छात्रा है। इस बार उनके बोर्ड एग्जाम भी हैं। उन्होंने क्रिकेट तीन साल पहले ही खेलना शुरु किया। बह बीते तीन साल से सोनकपुर स्टेडियम में कोच यश शुक्ला की देखरेख में क्रिकेट की बारीकियां सीखतीं हैं।उन्होंने बताया कि पढ़ाई के साथ खेल में ध्यान केंद्रिंत करना बहुत मुश्किल रहा है। मगर, क्रिकेट का जूनुन ने सब काम आसान कर दिया। वह सुबह 4:30 बजे उठाकर स्टेडियम आती हैं और सात बजे तक अभ्यास करती हैं। इसके बाद स्कूल और शाम को फिर क्रिकेट अभ्यास। इसके बाद रात को पढ़ाई कर जल्दी सोने की कोशिश करती हैं।
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