Move to Jagran APP

UP Crime: रिजवान का ISIS, ISI और IS कनेक्शन, धोखे से की जैनब से शादी; जामिया से PhD के दौरान शुरू हुआ असली खेल

UP Crime आरोपित पाक खुफिया एजेंसी आइएसआइ के निर्देश पर आतंकियों की ऑनलाइन भर्ती इस्लामिक स्टेट (आइएस) के लिए कर रहा था। संदिग्ध आतंकी अरशद वारसी की मुरादाबाद के कोतवाली में ससुराल है। वह मूलरूप से झारखंड के वार्ड-10 रंकी मुहल्ला जनपद गढ़वा का रहने वाला है। उसके पिता वारिस खान एक सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं। परिवार में एक भाई और एक बड़ी बहन है।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Wed, 04 Oct 2023 06:45 AM (IST)
Hero Image
UP Crime: रिजवान का ISIS, ISI और IS कनेक्शन, धोखे से की जैनब से शादी; जामिया से PhD के दौरान शुरू हुआ असली खेल
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद: दिल्ली में आतंकी हमले की साजिश रच रहे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के तीन संदिग्ध आतंकियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो दिन पहले गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक पकड़े गए संदिग्ध आतंकी मंदिरों और भीड़भाड़ वाले स्थानों में दिवाली से पहले धमाके की साजिश रच रहे थे।

मुरादाबाद में था ससुराल

दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने एक अक्टूबर की रात कोतवाली थाना क्षेत्र के कांठ की पुलिया नई बस्ती स्थित इंतजार आलम के घर में छापेमारी की थी। यहां से पुलिस ने अरशद वारसी को पकड़ा था। आरोपित पाक खुफिया एजेंसी आइएसआइ के निर्देश पर आतंकियों की ऑनलाइन भर्ती इस्लामिक स्टेट (आइएस) के लिए कर रहा था। संदिग्ध आतंकी अरशद वारसी की मुरादाबाद की कोतवाली में ससुराल है। वह मूलरूप से झारखंड के वार्ड-10 रंकी मुहल्ला जनपद गढ़वा का रहने वाला है।

उसके पिता वारिस खान एक सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं। परिवार में एक भाई और एक बड़ी बहन है। अरशद ने साल 2004 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बीटेक में दाखिला लिया था। यहीं पर उसकी मुलाकात मुरादाबाद के कोतवाली थाना क्षेत्र के कांठ की पुलिया नई बस्ती निवासी जैनब से हुई थी। दोनों ने बातचीत के बाद निकाह कर लिया था।

मौजूदा वक्त में कर रहा था पीएचडी

साल 2016 से अरशद दिल्ली के जामिया विश्वविद्यालय से पढ़ रहा है। मौजूदा समय में वह पीएचडी कर रहा था। इसी दौरान वह पाक के आइएसआइएस के संदिग्ध आतंकी शहनवाज के संपर्क में आ गया था। इसके बाद वह दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में धमाकों की तैयारी करने में जुट गया था।

मंगलवार को इंटेलीजेंस,यूपी एटीएस और एलआइयू की संयुक्त टीम कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित अरशद की ससुराल में पूछताछ करने के लिए दोपहर 12 बजे पहुंची। यहां पर करीब डेढ़ घंटे तक टीम ने घर के सदस्यों से पूछताछ की। टीम के जाने के बाद घर के सदस्यों ने दरवाजे बंद करके किसी से बात करने से मना कर दिया।

यह भी पढ़ें- UP News: आतंकी रिजवान से पूछताछ करने दिल्ली जाएगी ATS की टीम, स्लीपर सेल के लिए युवाओं की करवाता था भर्ती

इस मामले में एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि दिल्ली की पुलिस ने आतंकी गतिविधियों में संलिप्त एक युवक को गिरफ्तार किया है। मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है। स्थानीय खुफिया विभाग के अफसर इस मामले में अपने स्तर से जांच कर रहे हैं।

लॉकडाउन में जैनब से की शादी

संदिग्ध आतंकी अरशद ने जैनब के साथ लाकडाउन के दौरान निकाह कर लिया था। उस दौरान अरशद ने खुद को इंजीनियर बताकर परिवार की रजामंदी से निकाह किया था। दोनों का एक बेटा भी है। मौजूदा समय में जैनब मुरादाबाद में थी। बीते एक अक्टूबर को अरशद अपनी पत्नी और बेटे से मिलने आया था।

इसी दौरान उसका पीछा कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे पकड़ लिया था। हालांकि इस मामले में जैनब का परिवार कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। पिता हैंडीक्राफ्ट डिजाइन का काम करते हैं। सभी ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।

मुरादाबाद मंडल से पकड़े गए आतंकी संगठन के सदस्य

तीन अगस्त 2023 को यूपी एटीएस ने संदिग्ध आतंकी अहमद रजा को मुरादाबाद के मूंढापांडे से गिरफ्तार किया था। उसके पास से कई अवैध चीजें बरामद की गई।

  • नौ जुलाई 2002- मुरादाबाद से हिजबुल मुजाहिदीन पांच सदस्य गिरफ्तार किए गए।
  • 21 जून 2007-बिजनौर में काफी मात्रा में आरडीएक्स मिलने के बाद हूजी के दो आतंकी गिरफ्तार।
  • 12 दिसंबर 2008-रामपुर सीआरपीएफ कैंप में आतंकी हमले से जुड़े लश्कर-ए- तैयबा के आतंकी की गिरफ्तारी।
  • वर्ष 2006 में एसटीएफ ने अमरोहा से रिजवान व मोहम्मद शाद को संकटमोचन मंदिर ब्लास्ट के आरोप में गिरफ्तार किया था।
  • 31 अक्टूबर 2014 को यूपी एटीएस ने कटघर थाना क्षेत्र के एकता विहार से सलीम उर्फ पतला गिरफ्तार किया था।
  • 27 अक्टूबर 2017 को मुगलपुरा थाना क्षेत्र से एटीएस की टीम ने फरहान अहमद अली को गिरफ्तार किया था। आरोपित आतंकी संगठन लश्कर ए तैय्यबा से जुड़ा था।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।